उदयपुर। मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय से संबंधित चर्चित प्रकरण चंपा बाग भूभाग प्रकरण मं कोर्ट का बड़ा निर्णय आया है। चंपा बाग भूभाग प्रकरण में उच्च न्यायालय ने आज राज्य सरकार /जिला प्रशासन को भूभाग को अधिग्रहीत करने एवं मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय को सौंपने के आदेश दिए। इसके अलावा संबंधित सभी दावाकर्ताओं की सभी अपीलों को खारिज कर दिया गया है। पूर्व में तत्कालीन कुलपति प्रो अमेरिका सिंह ने इस भूभाग से संबंधित बहुत ही लंबी लड़ाई विश्वविद्यालय के लिए लड़ी थी जिनके फलस्वरूप आज विश्वविद्यालय को यह ऐतिहासिक जीत प्राप्त हुई। प्रो अमेरिका सिंह के निर्देशों पर विश्वविद्यालय भू संपत्ति कार्यालय ने चंपा बाग भूभाग पर बिक्री एवं समस्त व्यवसायिक गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए कई प्रयास किये जिसके फल स्वरुप उस भूभाग पर भविष्य के अवैध कब्जों पर पूर्ण रूप से रोक लग गई। इस पूरे मामले में कुछ स्थानीय नेताओं का भाजपा और कांग्रेस वाला मजबूत गठजोड़ सामने आया था कि जमीन पर सुविवि का बोर्ड लगाते सबने मिल कर जयपुर में ऐसी गोलबंदी की कि प्रोफेसर अमेरिकासिंह के खिलाफ एक पूरा तंत्र खड़ा हो गया। प्रोफेसर अमेरिकासिंह के अलावा इससे पहले व बाद में किसी वीसी ने फिर से जमीन के मामले में सीधा पंगा लेना मुनासिब नहीं समझा। मगर अब प्रयास रंग लाए हैं। माननीय उच्च न्यायालय ने इस भूभाग को विश्वविद्यालय को सौंपने के लिए आदेश दिए हैं। कुलपति प्रो अमेरिका सिंह के नेतृत्व में चंपा बाग भूभाग को विश्वविद्यालय को दिलाने के लिए कला महाविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष मोहित नायक ने भी कई महीनों तक लंबी मुहिम चलाई थी व कई दबाव सहन किए थे। प्रो अमेरिका सिंह ने इस निर्णय पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के छात्रों एवं सभी कर्मचारीयो के लिए यह ऐतिहासिक जीत है विश्वविद्यालय के छात्रों को कई प्रकार के संसाधनों के रूप में इस भूभाग से मदद मिलेगी। एवं उन्होंने आशा की की विश्वविद्यालय जल्द से जल्द इस संबंध में कार्रवाई प्रारंभ करेगी।
Discover more from 24 News Update
Subscribe to get the latest posts sent to your email.