जयपुर। यहां बुराई का रावण खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। रोज सिर उठा लेता है। संख्या 54 के पार कर गई है। बात हो रही है एसआई भर्ती परीक्षा 2021 की। रेाज नए खुलासे एसओजी की जांच में हो रहे हैं। और तो और अब तो पुलिस ट्रेनिंग सेंटर से भाग जाने की सुविधा भी दी जा रही है। इतने कड़े पहरे में ट्रेनिंग सेंटर से दागी कैंडिडेट भाग रहे हैं जिनके पास खुफिया सूचनाओं का जखीरा है। राज को राज ही रहने देने की जुगत तो नहीं है कहीं पर। इसके अलावा दो अन्य अवकाश लेकर चंपत हो गए हैं। याने पूरी की पूरी दाल काली है। लग रहा है कि जांच एजेंसियां भी जांच करते करते और पेपरलीक व डमी अभ्यर्थियों की थाह लेते हुए थक चुकी है। कोई अंत नहीं है। टॉप टेन से लेकर उपर की कई रेंक वाले अभ्यर्थी पकड़े जा चुके हैं। उसके बाद भी सरकार है कि जाने किस दबाव में पूरी परीक्षा को रदï्द करने से घबरा रही है। पेपरलीक के सूरमा कुछ पकड़े गए हैं, कुछ जो स्मार्टली बाहर से ऑपरेट कर रहे थे उनके नाम कभी सामने भी आएंगे या नहीं, इसमें पूरा संशय है। सरकार द्वारा भर्ती परीक्षा को लेकर गठित की गई कमेटी के बाद सीएम ने कहा कि कमेटी जो कहेगी वहीं फैसला होगा। तो भर्ती परीक्षा में चुने गए अभ्यर्थियों ने सरकार से सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा रद्द नहीं करने की मांग की है। वे बाबा किरोड़ीलाल मीणा से मिल आए हैं। शनिवार को जयपुर के रिद्धि सिद्धि चौराहे पर बड़ी संख्या में छात्रों ने सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर कैंडल मार्च निकाला। परीक्षार्थियों ने कहा कि ये क्या मजाक चल रहा है। रोज धांधली के खुलासे हो रहे हैं मगर एग्जाम रद्द नहीं किया जा रहा है। ट्रेनिंग भी चालू है।
सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा ने प्रदेश के हजारों युवाओं के सपनों को चकनाचूर कर दिया। जो लोग मेहनत से परीक्षा देने पहुंचे थे। वह तो सिलेक्ट नहीं हुए बल्कि, वह लोग सिलेक्ट हो गए हैं। रिश्वत देकर पेपर खरीदा था। ऐसे में सालों से तैयारी कर रहे मेहनतकश युवाओं के लिए सरकार को भर्ती परीक्षा को रद्द करना चाहिए।
जिस परीक्षा में हुआ पेपरलीक का अट्टहास, उसे रदï्द करने की हिम्मत क्यों नहीं जुटा पा रही सरकार, जयपुर में छात्रों ने निकाला कैंडल मार्च

Advertisements
