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जवाहर जैन स्कूल सेंटर पर डमी बनकर दिया था एसआई का एग्जाम, बाहर निकलते असली परीक्षार्थी ने दिए थे 2 लाख कैश

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24 न्यूज अपडेट, उदयपुर। एसआई भर्ती परीक्षा-2021 के कई सनसनीखेज मामले सामने आ रहे हैं। तीन पूर्व सैनिकों ने परीक्षा में खुद की जगह पर डमी अभ्यर्थी बिठाकर परीक्षा पास कर ली। एसओजी की टीम ने गुरूवार को डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा देने वाले एक सेकण्ड ग्रेड टीचर को गिरफ्तार कर लिय इसने उदयपुर में मूल अभ्यर्थी व डमी अभ्यर्थी की फोटो को फोटोशॉप से छेड़छाड़ करवा कर उदयपुर में जवाहर जैन स्कूल सेंटर पर परीक्षा दी थी। उसने खुद का फोटो परीक्षा प्रवेश पत्र पर लगा दिया। दस्तावेज जांच में नहीं पकड़ा गया और एग्जाम देकर आ गया। यही नहीं अभ्यर्थी ने हिंदी व सामान्य ज्ञान के दोनों पेपर की परीक्षा दे दी। एसओजी एडीजी वीके सिंह के अनुसार गिरधारी राम (35) निवासी बाप-फलौदी अभी अध्यापक लेवल-2 राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नेहडाई मोहनगढ-जैसलमेर में पोस्टेड है। वह डमी अभ्यर्थी के रूप में उदयपुर आकर परीक्षा दे गया। गिरधारीराम को गिरफ्तार किया गया है। गिरधारी ने विक्रम जीत के लिए डमी बनकर परीक्षा दी व इसके बदल में उससे पूरे 10 लाख रुपए ऐंठे। विक्रम जीत 2003 में सेना में भर्ती हुआ था और 2020 में रिटायर हो गया। उसकी एसआई भर्ती में 1263 वीं रैंक आई थी। विक्रम का एग्जाम सेंटर 13 सितंबर 2021 जवाहर जैन शिक्षण संस्थान हिरण मगरी उदयपुर में आया था। विक्रम एग्जाम के दिन गिरधारी को उदयपुर कार में लेकर आया। परीक्षा देते ही उसने 2 लाख रुपए दे दिए। इसके बाद 3 लाख रुपए और उसके बाद 45 हजार रुपए बैंक में ट्रांसफर कर दिए। उसका सलेक्शन हो गया मगर उसे नहीं पता था कि एसओजी उस तक पहुंंच जाएगी। ट्रेनी एसआई विक्रम जीत निवासी बीकानेर हाल जोधपुर को एसओजी ने 14 अप्रेल को आरपीए ट्रैनिंग सेंटर से ही गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने अपने स्थान पर परीक्षा देने वाले गिरधारी की जानकारी दी व परतें खुल गईं। इधर एक और मामले में अशोक गोदारा ने एक और पूर्व सैनिक के स्थान पर डमी परीक्षा दी थी। फरार होउ गए अशोक गोदारा निवासी मटोल चक खारा-फलौदी ने गिरफ्तार हो चुके ट्रैनी एसआई श्याम प्रताप सिंह और श्रवण कुमार की जगह पर डमी के रूप में परीक्षा दी। दोनों जगह जांच में नहीं पकड़ा गया। दोनों ट्रैनी एसआई पूर्व सैनिक हैं। अशोक ने दोनों 10-10 लाख रुपए लिए थे।

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