बड़ी क्षेत्र में किराए के मकान में विनोद के साथ रह रही थी
24 न्यूज अपडेट. उदयपुर। उदयपुर के बड़गांव थाना क्षेत्र में 11 फरवरी की रात मदार श्मशान में एक युवती की अधजली लाश मिली थी। पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर केस को सुलझाते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मृतका का लिव-इन पार्टनर ही उसका हत्यारा निकला।
मृतका और आरोपी की पहचान
उदयपुर के एसपी योगेश गोयल ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी का नाम विनोद कुमार टांक (35), पुत्र शांति लाल है। मृतका की पहचान आरती कुमारी, पुत्री जितेंद्र सिंह, निवासी जैतपुर, साउथ दिल्ली के रूप में हुई। आरती उदयपुर के बड़ी क्षेत्र में किराए के मकान में विनोद के साथ रह रही थी।
हत्या की वजह
विनोद एक शराब के ठेके पर सेल्समैन का काम करता था। आरती उस पर शादी का दबाव बना रही थी, लेकिन विनोद उसके खर्चे उठाने में सक्षम नहीं था। आए दिन पैसों की मांग से परेशान होकर उसने आरती से छुटकारा पाने के लिए उसकी हत्या कर दी।
| घटना विवरण | जानकारी |
|---|---|
| घटना की तारीख | 11 फरवरी |
| घटनास्थल | मदार श्मशान, उदयपुर |
| मृतका का नाम | आरती कुमारी (27) उर्फ परवीन, निवासी बदरपुर (दिल्ली) |
| आरोपी का नाम | विनोद कुमार टांक (35), पुत्र शांति लाल, निवासी बड़ी गांव (उदयपुर) |
| रिश्ता | लिव-इन पार्टनर |
| हत्या का कारण | शादी का दबाव और आर्थिक तंगी |
| हत्या का तरीका | गला दबाकर हत्या, शव जलाने का प्रयास |
| अपराध के बाद की गतिविधि | शव को कार में डालकर मदार श्मशान लाया, पेट्रोल डालकर जलाया और फरार हो गया |
| पुलिस जांच | 200+ सीसीटीवी फुटेज और 100+ मोबाइल नंबरों की जांच |
| सबूत | घटनास्थल के पास संदिग्ध क्रेटा कार की गतिविधि |
| गिरफ्तारी | पुलिस ने विनोद को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की, जिसमें उसने हत्या स्वीकार की |
| शव की स्थिति | आधा जला हुआ, ग्रामीणों ने आग बुझाई |
| मृतका का पेशा | एस्कॉर्ट सर्विस में कार्यरत |
| आरोपी का पेशा | एस्कॉर्ट सर्विस से जुड़ा |
| जांच टीम | एसपी योगेश गोयल, डीएसपी कैलाश चंद्र, थानाधिकारी पूरण सिंह राजपुरोहित और अन्य पुलिसकर्मी |
हत्या की वारदात
एडिशनल एसपी उमेश ओझा के अनुसार, 11 फरवरी को विनोद कार से आरती के घर गया। मौका देखकर उसने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद लाश को कार में डालकर मदार श्मशान ले गया, जहां उसने पेट्रोल डालकर लाश को जलाने की कोशिश की और फरार हो गया।
पुलिस जांच और आरोपी की गिरफ्तारी
थानाधिकारी पूरण सिंह राजपुरोहित ने बताया कि लाश बुरी तरह जल चुकी थी, जिससे शिनाख्त करना मुश्किल हो गया था। पुलिस ने 200 से अधिक सीसीटीवी फुटेज और 100 से अधिक मोबाइल नंबरों की जांच की। मदार श्मशान के पास एक संदिग्ध क्रेटा कार देखी गई, जिससे पुलिस विनोद तक पहुंची। जांच में पता चला कि वह एक महिला के साथ लिव-इन में रह रहा था, लेकिन महिला लापता थी। सख्ती से पूछताछ करने पर विनोद ने हत्या की बात कबूल ली।
जांच में शामिल पुलिस टीम
इस केस को सुलझाने में डीएसपी कैलाश चंद्र, थानाधिकारी पूरण सिंह राजपुरोहित, कांस्टेबल रिकेश जाखड़, वीरेंद्र सिंह, सुरेंद्र जाखड़ और सवाई सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

