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क्या यह सच है आधा, हर बार कैसे अपराधी हो जाते हैं ‘‘पगबाधा!‘‘ बीच रास्ते के थानों-चौकियों में क्यों नहीं करवाते ‘‘लघुशंका’’??

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24 न्यूज अपडेट उदयपुर। वसूली के मामले में पकड़े गए दो आरोपियों के पांव एक बार फिर से जख्मी पाए गए। पुलिस की वही कहानी सामने आई कि भीलवाड़ा से उदयपुर ला रहे थे, रास्ते में लघुशंका के बहाने उतरे और भागने लगे। भागते भागते गिर पड़ गए और पांव तुड़वा बैठे। लंबे समय से यही हो रहा है। कभी अपराधी पकड़ते ही थाने से भागने का प्रयास करते हैं तो पगबाधा हो जाते हैं तो कभी दीवार फांद कर भागने का प्रयास करते हुए टांगें तुडवा बैठते हैं। अपराधियों में भी एक कॉमन बात यह निकल कर आ रही है कि ये ऐसी तकनीक से भागते और फिर गिरते पड़ते हैं कि शरीर का दूसरा कोई अंग ज्यादा प्रभावित नहीं होता है, सिर्फ टांगें ही टूटी हुई नजर आती है। लंगड़ाते हुए अपराधियों की तस्वीरें जब जनता के बीच सोशल मीडिया से पहुंचती है तब भी यही पब्लिक सेंटिमेंट रहता है कि चलो, अपराधी को उसके किए कि कुछ तो सजा इंस्टेंटली मिल ही गई। यह सजा कैसे व किसने दी, यह जनता जानकार भी नहीं जानना चाहती है क्योंकि उसे पता है कि वास्तव में वही हुआ है जो वह सोच रही है। लेकिन इस तरह से अपराधियों के बार बार भागने के प्रयास और उसके बाद पगबाधा हो जाने से पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी कई सवाल उठ जाते हैं। मसलन आखिर ऐसा कैसे होता है कि हर बार रास्ते में ऐसी जगह पर वाहन को रोका जाता है जहां पर अपराधियों के भागने की पर्याप्त गुंजाइश रहती है। यदि दो अपराधी हैं तो दो के दो एक साथ कैसे भाग जाते हैं। लघुशंका दोनों को एक साथ कैसे आ जाती है। मान लिया कि एक साथ आने का संयोग बन जाता है तब भी पुलिस अपने पास ऐसी कोई चेन क्यों नहीं रखती कि अपराधी को बांध कर उसे लघुशंका समाधान के लिए छोड़ दिया जाए व उसके बाद वो भागने ना पाए। इसके अलावा जैसा कि हमने पूर्व की खबरों में भी सुझाव दिए थे कि आखिर रास्ते में पड़ने वाले थानों व पुलिस चौकियांं का इस्तेमाल क्यों नहीं किया जाता। वहां पर आसानी से लघुशंका तो क्या दीर्घ शंका समाधान करवाया जा सकता है। यदि यह भी संभव नहीं हो तो रास्ते में र्प्याप्त जाब्ते वाले सुरक्षित सार्वजनिक टॉयलेट का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका फायदा यह होगा कि पुलिस को बाद की भागादौड़ी से छुटकारा मिल जाएगा। बाद में उसी अपराधी को उपचार के लिए लेकर जाना, प्लास्टर चढ़वाना आदि झंझटों से मुक्ति मिल सकती है। पुलिस मुख्यालय को भी बार बार अपराधियों के लघुशंका के बहाने भागने के प्रयासों को गंभीरता से लेते हुए एक एसओपी जारी करनी चाहिए ताकि उसका पालन करते हुए सुरक्षित सफर तय किया जा सके। क्योंकि अगर इसी प्रकार से अपराधी भाग भाग कर पांव तुड़वाते रहेंगे तो पब्लिक परसेप्शन बनते देर नहीं लगेगी कि कहीं ऐसा दुर्लभ दुर्योग वास्तव में हर बार हो रहा है या फिर कहीं कुछ दाल में काला है।
अब पढ़िये खबर…..
पुलिस थाना सविना दिनांक 25.12.2024 को प्रार्थी श्री मोहम्मद ऐजाज पिता मोहम्मद मुमताज निवासी माकन नंबर 1 युआईटी कोलोनी सेक्टर 12 सविना थाना सविना ने रिपोर्ट इस आशय की पेश कि 25/12/2024 को वह ओफिस जस्टा होटल के पिछे बैठा हुआ था उस समय इमरान कुंजडे का वाट्सएप कोलिंग पर फोन आया कि उसके किसी आदमी को सविना में प्लोट चाहिये। वह उनको उसके पास भेज रहा है। उसके बाद करीब 1 बजे व्हाटसएप पर किसी अन्य व्यक्ति का फोन आया कि इमरान भाई ने प्लोट देखने के लिये भेजा है वह मेरे ऑफिस 2 व्हीलर एक्टिवा पर बैठे कर आय। उनके साथ दो पार्टनर मुस्तफा और मोहम्मद इसमाईल भी थे। हमने उनको पलोदडा हाउस के सामने प्लॉट दिखाये। हम हमारी क्रेटा गाडी पर तीनो बैठे कर पलोदडा हाउस के सामने प्लोट दिखाने ले गये। वो दोनो एक्टिवा गाडी पर बैठकर आये थे। प्लोट दिखाने पर उन्होने कहा कि हमें यहां पसंद नही आया प्लोट हमेंं एस.वी. नगर में लेना है। उस पर हम एस.बी. नगर लेकर गये वहां प्लोट देखकर बोला कि हमारी कोई जमीन मेलडी माता गेट के अन्दर पडी हुई है उसको हमें बेचनी है। इस पर वो तीनों को मेलडी माता की ओर जमीन दिखाने ले गये। वहां पहुंचने पर गाडी के आगे इमरान कुंजडा व उसके 4 साथी रेड थार से उतरे व हमारे पास आये और बोला कि यह जमीन मेरी ही है। उतर कर देख लो हम जैसे ही गाडी से उतरे तो इमरान कुंजडा जमीन दिखाने लगा और बोला की मेरी गाडी में रेट की बात कर लेते हैं। इस पर उसने उन्हें और साथी मुस्तफा को थार गाडी में बैठाया। फिर उसने उसके साथी को बोला कि गाडी स्टार्ट कर तो हमने बोला कि भाईजान क्या हुआ। उस पर उसने उनके व साथी से मोबाईल छीन लिये और बोला कि चुपचाप बैठा रह नही तो यही जान से मार दूंगा और उसके बादएक साथी मोहम्मद इस्माईल को बोला कि तूं एजाज की क्रेटा गाडी में चुपचाप बैठ जा उसके बाद क्रेटा गाडी हमारे आगे आगे चल रही थी और क्रेटा में इमरान के तीन साथियों को बैठाया और उनके साथ इमरान कुंजडा व उसका एक अन्य साथी थार गाडी लेकर क्रेटा गाडी के पिछे ले गया। गाडी मेलडी माता गेट से हाइवे होकर बलीचा होकर नये खेडा होकर रामपुरा, बडी, हल्दी गाटी व राजसमन्द आमेट के आगे रोकी। अन्दर इमरान ने मुंह पर जैकेट ओढने को बोला। फिर थोडी जेकेट हटाकर बोला कि मैं तुझे क्यु ले जा रहा हूं तुझे पता है क्या। उन्होंने कहा कि नहीं पता है। तूं प्रोपर्टी का काम कर रहा है और बहुत कमा रहा है। मुझे यह बात पता है। मुझे एक करोड रुपये नकद चाहिये और तेरे जहां भी प्लोट है मैं तेरे से लेउंगा और रास्ते में जगह-जगह मुझे लम्बा चाकू और पिस्टल दिखाकर बोला तेरे व्हाटसएप कोलिंग से साले को फोन लगा। उसने फोन लगाया फिर कहा कि मैंने कोई सौदा किया है मुझे 20 लाख रुपये अभी चाहिये। फिर साले ने कहा कि मेरे पास अभी रुपये नहीं है। मैं आपको कल दूंगा। फिर इमरान कुंजडे ने वापस मोबाईल छीना और बोला कि तूं कहीं से भी रुपये मंगवा नहीं तो तुझे और तेरे दोनों साथियां को यहीं जंगल में मारकर फेंक दूंगा और तुम्हारी नंगा करके अश्लील विडियो भी बनाउंगा। उन्होंने उसके बार-बार हाथ जोडे और कहा कि अभी हमारे पास बिलकुल भी रुपये नही है। फिर उसने बोला कि तुम्हे एक ही शर्त पर छोडूंगा कि तुम कल तक 11 लाख सुबह तक भिजवा देना बाकी रुपये एक महीने में मुझे दे देना यह बात कह कर उसने उसके एक साथी को बोला कि तूं इन तीनों को इनके ऐरिये में छोडकर चला जाना। वह व्यक्ति उन्हें सुखाडिया सर्कल के पास छोडकर पैदल भाग गया। इमरान कुंजडा व अन्य साथी द्वारा फिरोती की मांग करते हुए जान से मारने की षडयंत्र पूर्वक योजना बनाकर अपहरण किया। कानूनी कार्यवाही की मांग की गई।
घटना की गम्भीरता को मध्यनजर रखते हुये जिला पुलिस अधीक्षक जिला उदयपुरयोगेश गोयल द्वारा आरोपीगणो की अविलम्ब तलाश की जाकर त्वरित गिरफतार करने के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश जारी किये गये। जिसकी पालना में उमेश ओझा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर जिला उदयपुर व छगन पुरोहित वृताधिकारी, वृत नगर पूर्व जिला उदयपुर के सुपरविजन मे राव अजय सिंह पुनि थानाधिकारी पुलिस थाना सविना के नेत्तृत्व में मामले आरोपीगणो की तलाश के संबंध में पुलिस थाना सविना से एक टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा मुखबीर की सूचना एव तकनिकी संसाधनो की सहायता से मामले हाजा में अभियुक्तगण मोहिन उर्फ मोइनुदीन पिता सलीम छीपा उर्फ सलीम धागा उम्र 38 साल निवासी गुलमण्डी थाना भीमगंज जिला भीलवाडा मोसीन खांन पठान पिता हनीफ खान पठान उम्र 32 साल निवासी तेजाजी चौक थाना भीमगंज जिला भीलवाडा को भीमंगज भीलवाडा से डिटेन किया गया। आरोपीगणो को भीलवाडा से उदयपुर लाते समय दोनों आरोपीगण रास्ते मे लघुशंका के बहाने वाहन से नीचे उतरकर अंधेरे का फायदा उठाकर भागने लगे जिस पर टीम द्वारा दोनों आरोपीगणां का पीछा करके पकडा गया। आरोपीगणों के अचानक अंधेरे मे जंगल मे भागने एव गिरने पडने से हर दोनों आरोपीगणो के आई चोटों के संबंध में आवश्यक ईलाज करवाया जाकर मामले बापर्दा गिरफतार किये गये हैं। मामले हाजा ने गिरफतार शुदा हर दोनो आरोपीगण के विरूद्ध पूर्व से भी अवैध वसूली, मारपीट, हत्या का प्रयास एव लूट एव अवैध हथियार रखने जैसे गम्भीर प्रकृति के प्रकरण दर्ज होकर शातीर बदमाश है। मामले डाजा में गिरफतारशुदा आरोपीगणो से ऐसे अपराध में कब से संलिप्त होकर उनके साथ ओर कौन कौन सह अभियुक्त शरीक रहे है के बारे में विस्तृत अनुसंधान किया जा रहा है। मामले हाजा के हर दोनो गिरफतार शुदा अभियुक्तगण वर्तमान में पुलिस अभिरक्षा मे चल रहे है।
अभियुक्तो का आपराधिक रिकॉर्ड
मामले डाजा के हर दोनो आरोपीगणो बदमाश प्रवृति के होकर उनके विरूद्ध पूर्व में अवैध वसूली, मारपीट, हत्या का प्रयास एव लूट एव अवैध हथियार रखने जैसे कई प्रकरण दर्ज है।
गिरफतार अभियुक्त :-
1 मोइनुदीन पिता सलीम छीपा उर्फ सलीम धागा उम्र 38 साल निवासी गुलमण्डी सात भाईयो की गली थाना भीमगंज जिला भीलवाडा
2 मोसीन खांन पठान पिता हनीफ खान पठान उम्र 32 साल जाति मुसलमान निवासी तेजाजी चौक थाना भीमगंज जिला भीलवाडा
टीम प्रभारी व सदस्यः-

  1. श्री अजय सिंह राव पु०नि० थानाधिकारी पुलिस थाना सविना
  2. श्री रामावतार उप निरीक्षक पुलिस थाना सविना
  3. श्री लालसिहं सहायक उप निरीक्षक पुलिस थाना सविना
  4. श्री मुकेश कुमार कानि० बै०न० 1525 पुलिस थाना सविना
  5. श्री जितेन्द्र दिक्षित कानि. बै०न० 1917 पुलिस थाना सविना
  6. श्री किशोर कानि० बै०न० 3102 पुलिस थाना सविना
  7. श्री रमेशचन्द्र चालक कानि० बै०न० 1721 थाना सविना
  8. श्री रामजीलाल कानि० बै०न० 1985 थाना हिरणमगरी
  9. श्री भावेश कानि० बै०न० 98 थाना सूरजपोल
  10. श्री सोहनलाल कानि० बै०न० 3211 थाना भुपालपुरा
  11. श्री नागेन्द्र सिहं कानि० बै०न० 1186 थाना प्रतापनगर
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