जयपुर। राजस्थान में स्वतंत्र, निष्पक्ष, भय मुक्त और प्रलोभन मुक्त चुनाव कराने के लिए नकदी सहित अन्य संदिग्ध वस्तुओं की जब्ती की जा रही है। प्रदेश की अलग-अलग एनफोर्समेंट एजेंसियों ने मार्च महीने की शुरुआत से अब तक नशीली दवाओं, शराब, कीमती धातुओं, मुफ्त बांटी जाने वाली वस्तुओं (फ्रीबीज) और अवैध नकद राशि के रूप में की गई जब्ती का आंकड़ा 800 करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री प्रवीण गुप्ता ने बताया कि सीजर के मामले में राजस्थान ने इस बार नया रिकॉर्ड बनाया है। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, राजस्थान जब्ती के मामले में देश में पहले स्थान पर है।
सर्वाधिक जब्ती वाले 10 राज्य (राशि करोड़ रुपये में)—
राजस्थान : 778
गुजरात : 605
तमिलनाडू : 460
महाराष्ट्र : 431
पंजाब : 311
कर्नाटक : 281
दिल्ली : 236
पश्चिम बंगाल : 219
बिहार : 155
उत्तर प्रदेश : 145
श्री गुप्ता ने बताया कि लोकसभा आम चुनाव-2024 के मद्देनजर आदर्श आचार संहित लागू होने के बाद 16 मार्च से अब तक एजेंसियों द्वारा पकड़ी गई संदिग्ध वस्तुओं की कीमत 712 करोड़ रुपये से ज्यादा है। वर्ष 2019 के लोकसभा आम चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता की पूरी अवधि के दौरान कुल 51.42 करोड़ रुपये मूल्य की नकदी सहित अन्य संदिग्ध सामग्री जब्त की गई थी। इस बार यह आंकड़ा प्रथम चरण के मतदान से पूर्व ही 700 करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है। राजस्थान में जब्ती के मामले में 1,390 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2019 में आचार संहिता की अवधि के दौरान 6.81 करोड़ रुपये की नकदी, 13.92 करोड़ रुपये मूल्य की शराब, 7.8 करोड़ रुपये की सोना-चांदी सहित अन्य कीमती धातु, 15.57 करोड़ रुपये की ड्रग्स और 7.32 करोड़ रुपये कीमत की फ्रीबीज सहित अन्य संदिग्ध वस्तुएं जब्त की गई थीं। लोकसभा आम चुनाव-2024 के तहत आचार संहिता लागू होने से अब तक 35.84 करोड़ रुपये नकद, 35.34 करोड़ रुपये की शराब, 41.34 करोड़ रुपये की कीमती धातु, 74.82 करोड़ रुपये की ड्रग्स एवं 525.43 करोड़ रुपये कीमत की फ्रीबीज सहित अन्य अवैध सामग्री जब्त की गई हैं।
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