24 न्यूज़ अपडेट उदयपुर: आदिवासी और ग्रामीण समुदायों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं कीपहुंचसुनिश्चित करने के उद्देश्य से, दाऊदी बोहरा समुदाय की परोपकारी पहल प्रोजेक्ट राइज ने बेसिक हेल्थ सर्विसेज़ (बीएचएस) के साथ साझेदारीकीहै। इस पहल के तहत दक्षिणी राजस्थान के रावछ गांव में स्थितअमृतक्लीनिक को सहयोग प्रदान किया जाएगा। यह सहयोग स्वास्थ्यसेवाओं मेंमौजूद महत्वपूर्ण खामियों को दूर करने और इस क्षेत्र की गंभीरस्वास्थ्यचुनौतियों को हल करने का प्रयास है।
दक्षिणी राजस्थान में छह जिले आते हैं, जहां मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्र हैंऔरलगभग 60% जनसंख्या आदिवासी समुदायों से है। ये समूह दूरस्थऔरपहाड़ी गांवों में निवास करते हैं, जिससे यह क्षेत्र राज्य के सबसेकमविकसित क्षेत्रों में से एक बन गया है। यहां का मानव विकाससूचकांककेवल 0.5 है, जो यह दर्शाता है कि स्वास्थ्य सेवाओं तक बेहतरपहुंच कीतत्काल आवश्यकता है।
अनेक आदिवासी निवासी खतरनाक कार्यों, जैसे निर्माण औररसायनउत्पादन, में लगे हुए हैं और अक्सर खराब वेंटिलेशन वाले घरों में रहतेहैं। इनपरिस्थितियों के कारण उन्हें विशेष रूप से तपेदिक (टीबी) जैसीबीमारियोंका अधिक खतरा रहता है, जो इस क्षेत्र में एक बड़ी सार्वजनिकस्वास्थ्यसमस्या बन गई है।
रावछ गांव का अमृत क्लीनिक, जो प्रतिदिन लगभग 1,200 मरीजों कीसेवाकरता है, मुख्य रूप से मातृ और शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण, औरसामान्य वटीबी संबंधित बीमारियों के उपचार पर ध्यान केंद्रित करेगा। इसक्लीनिक में प्रशिक्षित प्राथमिक स्वास्थ्य नर्सों की टीम, चिकित्सकों, स्वास्थ्यकर्मियोंऔर विकास पेशेवरों के सहयोग से रोग-निवारक, स्वास्थ्य-संवर्धनऔरउपचारात्मक सेवाएं प्रदान की जाएंगी।
बीएचएस की निदेशक, संजना ब्रह्मवार मोहन, ने इस साझेदारी के महत्वकोरेखांकित करते हुए कहा, “हमारी अमृत क्लीनिक्स दूरस्थ, ग्रामीणऔरवंचित जनसंख्या को गरिमा के साथ सस्ती और उच्च गुणवत्ता वालीस्वास्थ्यसेवाएं प्रदान करती हैं। यह मॉडल छह प्राथमिक देखभाल क्लीनिक्सकेनेटवर्क पर आधारित है, जो दक्षिणी राजस्थान में लगभग 90,000 कीजनसंख्या को सेवा देता है। रावाच में स्थित अमृत क्लीनिक दाऊदीबोहरासमुदाय के सहयोग से संचालित होगा। हमें विश्वास है कि इस उदारसमर्थनसे हम मातृ और शिशु स्वास्थ्य में सुधार, कुपोषण में कमी और टीबीउपचारकी सफलता दर में वृद्धि करने में सक्षम होंगे।”
उदयपुर के दाऊदी बोहरा समुदाय के सदस्य अली कौसर कुरावडवाला, जोघोषणा कार्यक्रम में उपस्थित थे, ने कहा कि यह पहल उनके धर्मगुरु, हिजहोलीनेससैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन की शिक्षाओं को प्रतिबिंबित करती है, जोजरूरतमंद व्यक्तियों और परिवारों के जीवन में सकारात्मक औरस्थायीबदलाव लाने पर जोर देती हैं। यह प्रतिबद्धता केवल चिकित्सा सेवाओंतकसीमित नहीं है, बल्कि इसमें सामुदायिक विकास के लिए एकसमग्रदृष्टिकोण निहित है।
अली कौसर ने बताया कि उनकी योजना बोहरा कौम से डॉक्टरों औरस्वयंसेवकों को जोड़ने की है, जो परामर्श सेवाएं देंगे और चिकित्सा शिविरआयोजित करेंगे। उन्होंने आगे कहा, “यह परियोजनाकेवल स्वास्थ्य सेवाएंप्रदान करने तक सीमित नहीं है, बल्कि समुदाय कोसशक्त बनाने और उसकीआत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए भी कार्य करेगी।”
प्रोजेक्ट राइज पहल के माध्यम से, दाऊदी बोहरा समुदायस्थानीयप्राधिकरणों और संगठनों के साथ मिलकर स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षाऔरपर्यावरण संरक्षण के माध्यम से हाशिए पर रहने वाले परिवारों के उत्थानकेलिए कार्य कर रहा है। रावछ में अमृत क्लीनिक को समर्थन प्रदान करना,उदयपुर क्षेत्र में प्रोजेक्ट राइज की पहली स्थायी स्वास्थ्य सेवा परियोजना है, जो इससे पहले वृक्षारोपण और खाद्य वितरण जैसे प्रयासों पर केंद्रित थी।
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