
24 न्यूज अपडेट. मंडफिया संवाददाता। मेवाड़ के कृष्ण धाम श्रीसांवलिया जी के भंडार से रिकॉर्ड तोड़ सोना-चांदी और कैश मिला है। भंडार और ऑनलाइन मिले रुपयों की गिनती चार राउंड में पूरी हो गई है तथा 17 करोड़ 12 लाख 74 हजार 984 रुपए की राशि प्राप्त हुई है। इस महीने करीब 68 किलो चांदी और 1 किलो 850 ग्राम सोना मिला। भंडार से 100-100 ग्राम के 15 सोने के बिस्किट भी प्राप्त हुए। सांवलिया जी में चतुर्दशी पर 5 जून को भंडार खोला गया था व गिनती की जा रही थी। चौथे राउंड में 3 करोड़ 19 लाख 69 हजार 984 रुपयों की गिनती हुई व कुल 13 करोड़ 47 लाख 85 हजार 984 रुपयों की काउंटिंग हुई। ऑनलाइन और भेंट कक्ष से 3 करोड़ 64 लाख 89 हजार रुपए मिले। कुल मिलाकर 17 करोड़ 12 लाख 74 हजार 984 रुपए भक्तों ने सांवलियाजी को चढ़ाए। मंदिर मंडल अध्यक्ष भेरुलाल गुर्जर, सीईओ और एडीएम प्रशासन राकेश कुमार, मंदिर मंडल सदस्य भेरूलाल सोनी, अशोक शर्मा, श्री लाल पाटीदार, संजय कुमार मंडोवरा, शंभू लाल सुथार और ममतेश शर्मा मौजूद रहे।
डेढ़ किलो सोना और 68 किलो चांदी
भंडार से 1 किलो 705 ग्राम सोना निकला। जिसमें 100-100 ग्राम के 15 सोने के बिस्किट भी निकले। भेंट कक्ष से 144 ग्राम 510 मिलीग्राम सोना निकला। कुल 1 किलो 849 ग्राम 510 मिलीग्राम सोना प्राप्त हुआ। रिकॉर्ड तोड़ 68 किलो 6 ग्राम 500 मिलीग्राम चांदी प्राप्त हुई है। 17 किलो 550 ग्राम चांदी भंडार से 51 किलो 5 ग्राम 500 मिलीग्राम चांदी भेंट कक्ष से मिली।
मंदिर के बारे में
किंवदंती है कि 1840 ईस्वी में, भोलाराम गुर्जर नाम के ग्वाला ने बागुंड गाँव के छापर में तीन दिव्य मूर्तियां जमीन में होने का सपना देखा। खुदाई करने पर भगवान कृष्ण की तीन सुंदर मूर्तियां निकली। वह वैसी ही थ जैसा कि सपने में दिखी थी। मूर्तियों में से एक को मंडफिया ले जाया गया, एक को भादसोड़ा और तीसरा बागुंड गाँव के छापर में, उसी स्थान पर जहां मूर्ति मिली थी। तीनों स्थान मंदिर प्रतिष्ठित हुए। ये तीनों मंदिर 5 किमी की दूरी के भीतर एक-दूसरे के करीब स्थित हैं। सांवलिया जी के तीन मंदिर प्रसिद्ध हुए और तब से बड़ी संख्या में भक्त उनके दर्शन करने आते हैं। तीन मंदिरों में मंडफिया मंदिर को सांवलिया जी धाम (सांवलिया का निवास) के रूप में मान्यता प्राप्त है। यहाँ राजस्थान,मध्य प्रदेश,गुजरात से सबसे ज्यादा श्रद्धालु आते हैं। चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन से 41किमी. व डबोक एयरपोर्ट से 65 किमी. पर स्थित मंडपिया अब श्री सांवलिया धाम (भगवान कृष्ण का निवास) के रूप में जाना जाता है और वैष्णव संप्रदाय के अनुयायियों के लिए श्री नाथद्वारा के साथ ही यह भी प्रतिष्ठित धाम है।
Discover more from 24 News Update
Subscribe to get the latest posts sent to your email.