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वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत झाड़ोल में मीडियाकर्मियों ने देखा जल संरक्षण का ज़मीनी असर

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24 न्यूज अपडेट, उदयपुर। राज्य सरकार की पहल पर चल रहे “वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान” के अंतर्गत शुक्रवार को जिले के सुदूरवर्ती आदिवासी अंचल झाड़ोल में विभिन्न जल संरक्षण इकाइयों का अवलोकन करने पहुंचे मीडियाकर्मियों के दल ने ज़मीनी स्तर पर किए जा रहे कार्यों की मुक्तकंठ से सराहना की।
वन विभाग एवं जल संरक्षण विभाग द्वारा किए गए स्थायी संरचनात्मक प्रयासों को देखकर मीडियाकर्मी अभिभूत हुए और इसे जल संकट समाधान की दिशा में ठोस पहल बताया।


पालिया खेड़ा नर्सरी का अवलोकन: जिले में होंगे 38 लाख पौधे रोपित

सूचना केंद्र, चेतक सर्कल से रवाना हुए मीडियाकर्मी सबसे पहले पालिया खेड़ा नर्सरी पहुँचे। यहाँ रेंज अधिकारी होरी राम सैनी ने नर्सरी में तैयार की जा रही पौधों की प्रजातियों, वर्मी कम्पोस्ट यूनिट एवं पॉली हाउस की जानकारी दी।
एसीएफ घनश्याम कुमावत ने बताया कि हरियालो राजस्थान अभियान के तहत झाड़ोल क्षेत्र में इस मानसून में 1.7 लाख पौधों का रोपण किया जाएगा, जबकि पूरे जिले में 38 लाख पौधे लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया है।


भू-जल संरक्षण के लिए 8 हजार सीसीटी और एमपीटी बने मजबूत आधार

गोरण गांव में दल ने 8,000 कंटूर ट्रेंच (CCT) और माइनर परकोलेशन टैंक (MPT) का निरीक्षण किया। इन संरचनाओं से भू-जल रिचार्ज की प्रक्रिया को समझाया गया। मीडियाकर्मियों ने इसे सरकार की दूरदर्शी सोच का उदाहरण बताया और जल संरचनाओं की स्थायित्व क्षमता की प्रशंसा की।


सेलाना में एनीकट, अडोल में चारागाह विकास देख हुए प्रभावित

सेलाना ग्राम पंचायत में निर्मित एनीकट और अडोल गांव में हुए चारागाह विकास कार्यों ने दल को खासा प्रभावित किया।
हरियाली और भूमि की उपजाऊता में आए बदलाव को देख मीडियाकर्मियों ने इन प्रयासों को जल और मृदा संरक्षण का प्रेरक मॉडल बताया। जल संरक्षण विभाग के एक्सईएन नितिन सुराणा ने इन योजनाओं की कार्यप्रणाली और प्रभाव विस्तार से समझाया।


विभागीय समन्वय से जल संरक्षण को मिली नई गति

जिला कलेक्टर नमित मेहता ने बताया कि इस अभियान में वन, जल संसाधन, राजीविका, पंचायती राज, शिक्षा, स्थानीय निकाय, जलग्रहण, भू-संरक्षण और भू-जल विभागों को सक्रिय रूप से जोड़ा गया है।
महाMNREGA योजना के तहत वर्ष 2023-24 और 2024-25 में 4,153 जल संरक्षण कार्यों का लोकार्पण होगा, जबकि वर्तमान में 1,375 कार्य और 560 पौधारोपण गतिविधियाँ जून अंत तक पूर्ण की जाएंगी।


जल स्वावलंबन और हरियाली की दिशा में हो रहे ठोस कार्य

नरेगा से अब तक 57,800 खड्डे खोदे जा चुके हैं और 11.62 लाख पौधारोपण की दिशा में तेज़ी से कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना 2.0 के तहत पहले चरण के 3,561 कार्यों का निरीक्षण और दूसरे चरण के 368 कार्यों की वित्तीय स्वीकृति मिल चुकी है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2.0 में गोगुन्दा परियोजना का शुभारंभ शीघ्र किया जाएगा।

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