24 न्यूज अपडेट, उदयपुर।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मंशा के अनुरूप जल एवं पर्यावरण संरक्षण को लेकर चलाया जा रहा वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान अब जन आंदोलन का स्वरूप ले चुका है। उदयपुर जिला इस अभियान में पूरे प्रदेश में टॉप-5 जिलों में शामिल हो गया है।
अभियान में अब तक 1800 से अधिक गतिविधियां
अभियान की शुरुआत 5 जून को प्रभारी मंत्री हेमन्त मीणा के मुख्य आतिथ्य में हुई थी। इसके बाद से जिलेभर में जल पूजन, कलश यात्रा, जल स्रोतों की सफाई, जल सेवा, पौधरोपण जैसी विविध गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। अब तक जिले में 1800 से अधिक कार्यक्रम आयोजित हो चुके हैं, जिनमें 2 लाख 60 हजार से ज्यादा लोगों की भागीदारी दर्ज की गई है।
ऑनलाइन पोर्टल से निगरानी
राज्य सरकार ने अभियान की पारदर्शी निगरानी के लिए ऑनलाइन पोर्टल भी लॉन्च किया है, जिसमें हर गतिविधि की जानकारी और फोटो अपलोड की जा रही है। पोर्टल के आंकड़ों के अनुसार, उदयपुर अब तक 38 तरह के कार्यक्रम आयोजित कर प्रदेश में टॉप-5 में जगह बना चुका है।
जिला कलक्टर ने दी टीम को बधाई
जिला कलक्टर नमित मेहता ने टीम उदयपुर को अभियान की उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए आमजन की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने और फील्ड इवेंट्स के साथ पोर्टल एंट्री पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
जलग्रहण विकास और पौधरोपण पर विशेष फोकस
अभियान के छठे दिन मंगलवार को जलग्रहण गतिविधियों पर फोकस रहा। जिलेभर में मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.1 के पूर्ण कार्यों का अवलोकन और 2.2 के तहत नई स्वीकृतियां जारी की गईं। साथ ही चारागाह चिन्हीकरण, हरियाळो राजस्थान के तहत पौधरोपण की तैयारियां भी की गईं। ब्लॉक स्तर पर भी जागरूकता कार्यक्रम, जल पूजन, कलश यात्रा, श्रमदान, शपथ ग्रहण और जनभागीदारी के साथ आयोजित किए गए।

