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उदयपुर सेंट्रल जेल में प्रहरी भजनलाल पर प्रतिबंधित सामग्री पहुंचाने का आरोप; सेवा से बर्खास्त

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24 News update उदयपुर.— उदयपुर सेंट्रल जेल के प्रहरी भजनलाल को जेल में बंदियों तक प्रतिबंधित सामग्री पहुंचाने के आरोप में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। 12 जुलाई 2024 को भजनलाल ने जेल परिसर में एक पार्सल फेंका था, जिसमें चार मोबाइल फोन, तीन बैटरियां और दस तंबाकू की पुड़िया बरामद हुई थीं। इस घटना के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था और 13 जुलाई को निलंबित कर दिया गया था। अब विभागीय जांच पूरी होने पर उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है।

राजस्थान में जेलकर्मियों पर बड़ी कार्रवाई

राजस्थान की जेलों में गलत कार्यों में लिप्त जेलकर्मियों के खिलाफ प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। एक ओर जहां जेल प्रहरी भर्ती 2018 में लीक पेपर पढ़कर नौकरी पाने वाले तीन प्रहरियों को बर्खास्त किया गया है, वहीं जेलों में बंद कैदियों को मोबाइल, सिम, तंबाकू और अन्य प्रतिबंधित सामग्री पहुंचाने वाले जेलकर्मियों पर भी एक्शन लिया गया है।

डीजी जेल गोविंद गुप्ता ने दिए सख्त निर्देश

राजस्थान जेल विभाग के पुलिस महानिरीक्षक (कारागार) मोनिका अग्रवाल ने बताया कि उदयपुर सेंट्रल जेल के प्रहरी भजनलाल और जयपुर सेंट्रल जेल के प्रहरी संजय कुमार को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है, जबकि जोधपुर सेंट्रल जेल के प्रहरी राजेश बिश्नोई को निलंबित किया गया है।

अन्य जेलों में भी बड़ी कार्रवाई

  1. जयपुर सेंट्रल जेल: 30 अगस्त 2024 को जेल के पीछे की दीवार के पास से तीन पैकेट में 22 मोबाइल फेंके गए थे। इस मामले में प्रहरी संजय कुमार की संलिप्तता सामने आई, जिसके बाद उसे बर्खास्त कर दिया गया।
  2. जोधपुर सेंट्रल जेल: 31 मार्च 2024 को जेल में 16 मोबाइल बरामद किए गए थे। जांच के बाद प्रहरी राजेश बिश्नोई को निलंबित किया गया।
  3. दौसा की श्यालावास जेल: क्वार्टर गार्ड आनंद भाटी ने तलाशी के दौरान मेल नर्स ग्रेड सेकेंड राजकुमार शर्मा की जेब से सिम कार्ड बरामद किया था। इसके बाद राजकुमार शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया और जेल विभाग ने चिकित्सा विभाग को पत्र लिखकर उनके खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की। आनंद भाटी को इस सतर्कता के लिए सम्मानित किया जाएगा।

जेल प्रहरी भर्ती 2018 में लीक पेपर से भर्ती हुए प्रहरी भी बर्खास्त

जेल प्रहरी भर्ती 2018 में पेपर लीक के जरिए नौकरी पाने वाले तीन प्रहरियों को भी सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। एसओजी की जांच में यह पाया गया कि कोटपूतली जेल के प्रहरी योगेश कुमार, दौसा जेल के प्रहरी हरेन्द्र सिंह और बहरोड़ जेल के प्रहरी दीपक मेहता ने लीक पेपर के जरिए भर्ती प्रक्रिया में सफलता प्राप्त की थी। एसओजी की रिपोर्ट के आधार पर तीनों को पहले निलंबित किया गया था और अब सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।

आगे की कार्रवाई और सुरक्षा उपाय

डीजी जेल गोविंद गुप्ता ने सभी जेल अधीक्षकों को निगरानी बढ़ाने और सुरक्षा को मजबूत करने के निर्देश दिए हैं, ताकि जेल में प्रतिबंधित सामग्री पहुंचाने जैसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज की निगरानी और जेल स्टाफ की नियमित जांच अनिवार्य की जाएगी।


राजस्थान में जेलकर्मियों पर हुई कार्रवाई 

जेल का नामकार्रवाई का प्रकारजेलकर्मी का नामघटना की तारीखबरामद सामग्री
उदयपुर सेंट्रल जेलबर्खास्तभजनलाल12 जुलाई 20244 मोबाइल, 3 बैटरियां, 10 तंबाकू की पुड़िया
जयपुर सेंट्रल जेलबर्खास्तसंजय कुमार30 अगस्त 202422 मोबाइल
जोधपुर सेंट्रल जेलनिलंबितराजेश बिश्नोई31 मार्च 202416 मोबाइल
श्यालावास जेलगिरफ्तारीराजकुमार शर्मामार्च 2025सिम कार्ड
कोटपूतली जेलबर्खास्तयोगेश कुमार2018पेपर लीक भर्ती
दौसा जेलबर्खास्तहरेन्द्र सिंह2018पेपर लीक भर्ती
बहरोड़ जेलबर्खास्तदीपक मेहता2018पेपर लीक भर्ती
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