24 News Update जयपुर। जेलों में मोबाइल मिलना राजस्थान में आम बात हो गई है। जेलों से सीएम तक को धमकी दे देना भी अब सामान्य किस्से हो गए हैं मगर अब जेलों में इंटरनेट चलाने के लिए डोंगल इस्तेमाल होने लगे हैं तो यह चिंता की घंटी है। चेतावनी है कि आने वाला समय और अधिक भीषण होने वाला है। अपराधि बेखौफ जेल में मजे कर रहे हैं, वहीं से रैकेट चला रहे हैं। जयपुर सेंट्रल जेल में बंदियों द्वारा गुपचुप तरीके से इंटरनेट चलाने का मामला सामने आने के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है। तलाशी के दौरान बिजली कोठड़ी के स्टोर रूम से मिला छिपा हुआ डोंगल इस बात का संकेत है कि बंदी लंबे समय से जेल नियमों को धता बताकर नेट चलाने की जुगत में लगे थे।
बताया गया कि जेल प्रहरी राजेश सिंह तंवर की ओर से अज्ञात बंदी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है। जेल प्रशासन पिछले कुछ दिनों से जेल परिसर में सर्च ऑपरेशन चला रहा था। इसी क्रम में सोमवार दोपहर व्यापक तलाशी अभियान चलाया गया।
तलाशी के दौरान जब बिजली कोठड़ी के स्टोर रूम की जांच की गई, तब वहां एक डोंगल सावधानी से छिपाकर रखा हुआ मिला। प्राथमिक जांच में सामने आया कि बंदी इस डोंगल का उपयोग कर किसी न किसी तरह इंटरनेट सुविधा का लाभ ले रहे थे।
जेल अधिकारियों ने जब बंदियों से पूछताछ की तो किसी ने भी इस डोंगल की जानकारी होने से इंकार कर दिया। इसके बावजूद डोंगल मिलने के बाद जेल प्रशासन ने मान लिया है कि जेल में नेट कनेक्शन का गुप्त उपयोग किया जा रहा था।
डोंगल को जब्त कर लालकोठी थाने को सौंप दिया गया है। पुलिस ने अज्ञात बंदी के खिलाफ थ्प्त् दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अब यह भी जांच का विषय है कि डोंगल जेल परिसर तक पहुंचा कैसे, किसकी मदद से लाया गया, और क्या जेल स्टाफ के किसी सदस्य की मिलीभगत तो नहीं। जेल प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में सर्च अभियान और भी कड़ा किया जाएगा, ताकि जेल सुरक्षा व्यवस्था को भेदने वाले किसी भी तरीके पर तत्काल रोक लगाई जा सके।
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