24 News Update उदयपुर। महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमपीयुएटी) उदयपुर द्वारा संचालित अखिल भारतीय मक्का अनुसंधान परियोजना के अंतर्गत कोटड़ा तहसील के बड़ली गांव में मंगलवार को रबी मक्का की उन्नत खेती पर एक दिवसीय प्रशिक्षण एवं बीज–खरपतवारनाशी वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में गांव के लगभग 120 किसानों ने सहभागिता की।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सरपंच श्रीमती माया देवी रहीं। इस अवसर पर श्री शंभूलाल लोंऊर (सामाजिक कार्यकर्ता, बड़ली), डॉ. हरीश कुमार सुमेरिया (सस्य विज्ञान वैज्ञानिक), डॉ. राम नारायण कुम्हार (सूत्रकृमि, पादप एवं रोग वैज्ञानिक) तथा श्री शंकर लाल परमार (कृषि पर्यवेक्षक, राजस्थान सरकार) विशेष रूप से उपस्थित रहे। डॉ. हरीश कुमार सुमेरिया ने किसानों का स्वागत करते हुए रबी मक्का की उन्नत खेती, बुवाई के उचित समय, कतार दूरी, उत्पादन लागत घटाने और उपज बढ़ाने के वैज्ञानिक तरीकों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रबी मक्का में खरपतवार एक प्रमुख समस्या है, जिसके समाधान के लिए उपयोग होने वाले खरपतवारनाशियों की मात्रा, छिड़काव का सही समय और तकनीक किसानों को विस्तार से समझाई गई।
डॉ. राम नारायण कुम्हार ने मक्का फसल में लगने वाले कीट, रोग और सूत्रकृमि की पहचान तथा उनके नियंत्रण के वैज्ञानिक उपायों की जानकारी दी। उन्होंने किसानों को बताया कि सही समय पर उचित दवाइयों के उपयोग से फसल को बड़े नुकसान से बचाया जा सकता है। कुम्हार ने मक्का से बनने वाले विभिन्न उत्पाद, मक्का की उन्नत किस्म तैयार करने की प्रक्रिया तथा बाजार में बेहतर मूल्य प्राप्त करने के उपाय भी बताए। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक पद्धति अपनाकर किसान मक्का के साथ अन्य आय स्रोतों से अपनी आमदनी दोगुनी कर सकते हैं। कार्यक्रम के अंत में सभी किसानों को रबी मक्का की उन्नत किस्म का बीज एवं खरपतवारनाशी निःशुल्क वितरित किए गए। इस पहल से क्षेत्र के आदिवासी किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक अपनाने में महत्वपूर्ण सहयोग मिलेगा।
कोटड़ा क्षेत्र में रबी मक्का की उन्नत खेती पर प्रशिक्षण, 120 किसान हुए लाभान्वित

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