24 News Update पाली. राजस्थान के पाली जिले में एक हृदयविदारक घटना ने एक परिवार की खुशियों को मातम में बदल दिया। मारवाड़ जंक्शन के निकट आऊवा गांव में सोमवार सुबह 10:30 बजे एक सरकारी शिक्षक की ट्रेन की चपेट में आने से मृत्यु हो गई, ठीक उस समय जब उनके बेटे की बारात निकलने की तैयारियां चल रही थीं। मृतक, 55 वर्षीय हनुमान प्रसाद जोशी, कराड़ी गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक थे। उनके बेटे दीपक की शादी 5 मई को मेड़ता सिटी में तय थी, और बारात सुबह 11:30 बजे आऊवा से रवाना होने वाली थी। शादी के निमंत्रण पत्र बांटने के लिए हनुमान प्रसाद सुबह कराड़ी गांव गए थे। रास्ते में, रेलवे ट्रैक पर एक गाय को बैठा देखकर उन्होंने अपनी स्कूटी रोक दी और गाय को हटाने की कोशिश की। तभी एक मालगाड़ी आ गई, और वह उसकी चपेट में आ गए। हादसे में उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई।
परिवार को रखा अंधेरे में
घटना की खबर से परिवार को सदमा न लगे, इसलिए रिश्तेदारों ने हनुमान प्रसाद की पत्नी अंजू जोशी, बेटे दीपक, और उनकी तीन बेटियों को तुरंत सूचना नहीं दी। बारात की तैयारियां चल रही थीं, और हनुमान प्रसाद की अनुपस्थिति पर सवाल उठने लगे। अंजू बार-बार पूछ रही थीं कि उनके पति कहां हैं और बारात में केवल 10 लोग क्यों जा रहे हैं। रिश्तेदारों ने बहाने बनाकर उन्हें शांत किया।
शादी बिना धूमधाम के संपन्न
दीपक की बारात न्यूनतम लोगों के साथ रवाना हुई, और सोमवार रात 8 बजे मेड़ता सिटी में शादी की रस्में बिना किसी उत्साह के पूरी हुईं। शादी के बाद ही परिवार को हनुमान प्रसाद की मृत्यु की दुखद खबर दी गई। इस खबर ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया।
हनुमान प्रसाद का जीवन
हनुमान प्रसाद जोशी एक समर्पित शिक्षक थे और अपने परिवार के लिए प्रेरणा स्रोत थे। उनका बेटा दीपक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है, और उनकी तीन बेटियों में से दो की शादी हो चुकी है। रविवार को बिंदौली की रस्म के दौरान हनुमान प्रसाद ने अपने बेटे के साथ कई तस्वीरें खिंचवाई थीं, जो अब परिवार की आखिरी यादें बन गईं।
अंतिम संस्कार और जांच
हनुमान प्रसाद का अंतिम संस्कार मंगलवार को उनके पैतृक गांव में किया गया। उनके भांजे दर्शन जोशी ने मारवाड़ जंक्शन थाने में हादसे की रिपोर्ट दर्ज की है।
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