24 न्यूज अपडेट, चित्तौड़गढ। चित्तौड़गढ़ जिले के सांवता गांव की काली बाई ने सोमवार को अस्पताल ले जाते समय एम्बुलेंस में ही एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया। समय पर 108 एम्बुलेंस की उपलब्धता और स्टाफ की सूझबूझ ने जच्चा-बच्चा दोनों की जान बचा ली।
सांवता निवासी काली बाई को सुबह अचानक तेज प्रसव पीड़ा शुरू हुई। परिजनों ने तुरंत 11ः26 बजे 108 एम्बुलेंस को फोन किया, जो कुछ ही देर में 11ः43 बजे उनके घर पहुंच गई। काली बाई, जिनका पहले से ही 2 साल का बेटा है, यह उनकी दूसरी संतान है। उनके पति रमेश भील मजदूरी करते हैं।
एम्बुलेंस में मौजूद 108 सेवा के कर्मचारी सुखदेव बैरवा और कालूलाल ने महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए चित्तौड़गढ़ जिला हॉस्पिटल की दूरी और समय को ध्यान में रखते हुए एम्बुलेंस में ही सुरक्षित प्रसव कराने का निर्णय लिया। परिणामस्वरूप, 11ः55 बजे रास्ते में ही काली बाई ने 2800 ग्राम वजन की एक स्वस्थ बेटी को जन्म दिया।
प्रसव के तुरंत बाद एम्बुलेंस स्टाफ ने जच्चा-बच्चा की प्राथमिक देखभाल सुनिश्चित की और उन्हें सुरक्षित जिला हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां उन्हें भर्ती किया गया। डॉक्टरों ने मां और बेटी दोनों को पूरी तरह से स्वस्थ बताया है। हॉस्पिटल प्रशासन ने भी एम्बुलेंस स्टाफ की त्वरित कार्रवाई और पेशेवरता की सराहना की है।
एम्बुलेंस में गूंजी किलकारियां, चित्तौड़गढ़ में महिला ने रास्ते में स्वस्थ बेटी को जन्म दिया!

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