24 News Update उदयपुर। खेरवाड़ा ब्लॉक के आयुष्मान आरोग्य मंदिर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) सुलई को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम (NQAS) के तहत भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर प्रमाणित किया गया है। यह उपलब्धि ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा में उत्कृष्टता का प्रतीक बनकर उभरी है। राष्ट्रीय टीम के निरीक्षण के बाद पीएचसी सुलई को कुल 96.88 प्रतिशत अंकों से प्रमाणित किया गया, जो इसकी सेवाओं की गुणवत्ता और प्रबंधन प्रणाली को मान्यता देता है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शंकर एच. बामनिया ने बताया कि 29 और 30 अगस्त को राष्ट्रीय टीम की सदस्य श्रीमती संजुला वर्मा और दिनेश जांगिड़ ने पीएचसी सुलई के छह विभागों—ओपीडी, आईपीडी, लेबर रूम, लेब, एनएचपी और जनरल एडमिन—का निरीक्षण किया। सभी विभाग राष्ट्रीय मानकों पर खरे पाए गए।
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रागिनी अग्रवाल ने बताया कि जिला क्वालिटी टीम, ब्लॉक क्वालिटी टीम एवं सुलई स्टाफ की विशेष तैयारियों ने इस सफलता को संभव बनाया। बीसीएमओ डॉ. अरुण मीणा, बीपीओ दीपक मीणा सहित सभी की सामूहिक मेहनत का परिणाम यह गौरवशाली उपलब्धि है। पीएचसी सुलई के चिकित्सा प्रभारी डॉ. मनोहर लाल मीणा ने सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त किया।
इस राष्ट्रीय प्रमाणन से पीएचसी को अगले तीन वर्षों तक प्रति वर्ष तीन लाख रुपये की वित्तीय सहायता मिलेगी, जिसका उपयोग स्वास्थ्य सुविधाओं के उन्नयन में किया जाएगा। डॉ. मीणा ने बताया कि खेरवाड़ा क्षेत्र के अन्य स्वास्थ्य केंद्रों को भी इसी तरह राष्ट्रीय स्तर पर प्रमाणित करने की दिशा में कार्य प्रारंभ किया जा रहा है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुलई राष्ट्रीय स्तर पर प्रमाणित, भारत सरकार ने दी उच्चतम मान्यता

Advertisements
