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मौत के सौदागर की लिस्ट में था उदयपुर का पुजारी, भीलवाड़ा की सड़कों पर रातभर घूमता रहा ‘सीरियल-कसाई’, तीन की हत्या, अगला निशाना पुजारी और एएसआई था

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उदयपुर/भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा की सड़कों पर 22 अप्रैल की रात एक ऐसा शिकारी घूम रहा था, जिसकी आंखों में मौत थी और हाथों में वहशत। तीन लोगों के प्राइवेट पार्ट काटने के बाद वह उदयपुर की ओर रवाना होने ही वाला था, लेकिन पुलिस ने सुबह-सुबह उसे दबोच लिया। उसका नाम है दीपक नैयरकृ एक पढ़ा-लिखा, अंग्रेज़ी बोलने वाला नेटवर्क कंपनी का एरिया मैनेजर, जो एक रात में सीरियल-किलर बन गया।
दीपक का अगला निशाना अय्यपा मंदिर का एक पुजारी था, जो संयोगवश उदयपुर चला गया था। नहीं तो यह हत्याकांड उदयपुर तक फैल सकता था। यही नहीं, वह एक ।ैप् को भी मारने वाला था, जिसने दो दिन पहले उसे पीटा था। पुलिस के अनुसार दीपक अभी भी अपनी बातों में उलझा रहा है, और कत्ल की असली वजह एक पहेली बनी हुई है। क्या वह शातिर साइको किलर है या मानसिक रोगी? क्या उदयपुर उसका अगला शिकार बनता, अगर समय रहते पुलिस न पकड़ती?
17 घंटे, 3 कत्ल, 70 कॉल और मौत का खेल
22 अप्रैल की शाम दीपक ने अपने पुराने दोस्त मोनू को घर बुलाया। बहाना था बीपी बढ़ने का, लेकिन इरादा था कत्ल का। मोनू के साथ उसका दोस्त संदीप भी आ गया। तीनों ने शराब पी। अचानक दीपक ने मोनू पर धोखे का आरोप लगाते हुए हमला कर दिया। बीच-बचाव में आए संदीप को भी लकड़ी से पीटकर बेसुध कर दिया। फिर दोनों के प्राइवेट पार्ट काट डाले और सिलेंडर से कुचलकर हत्या कर दी।
इसके बाद दीपक ने शहरभर में शराब पी और रातभर इधर-उधर भटकता रहा। बीच-बीच में अपने दोस्त प्रशांत को 70 बार फोन किया, लेकिन प्रशांत ने उसकी नीयत भांप ली और नहीं आया।
अय्यपा मंदिर में गार्ड की नृशंस हत्या, अगला टारगेट था उदयपुर का पुजारी
रात 12 बजे दीपक अय्यपा मंदिर पहुंचा। वहां पुजारी नहीं मिला, लेकिन गार्ड लालसिंह उसकी वहशत की बलि चढ़ गया। सीसीटीवी फुटेज में दीपक को गार्ड की हत्या करते हुए देखा गया, जहां उसने धारदार हथियार से उसका गला रेतकर प्राइवेट पार्ट काट डाला। पुलिस के मुताबिक, दीपक का प्लान उदयपुर जाकर वहां मौजूद दूसरे पुजारी की हत्या करने का था, जिसे वह “गलत कामों“ में लिप्त मानता था।
बचपन में माता-पिता की मौत, जेल में 20 कैदियों को पीटा
दीपक के माता-पिता की 2007 में मृत्यु हो गई थी। उसके बाद वह मानसिक रूप से अस्थिर होता गया। 2013 में प्रतापनगर थाने में झगड़े के मामले में जेल गया और वहां 20 कैदियों को बुरी तरह पीटा। 2016 में एक कार शोरूम से गाड़ी लेकर भाग गया था, और सड़क पर उत्पात मचाया। दो साल पहले केरल में भी किराये की कार से लोगों को कुचला और स्थानीय पुलिस से भिड़ गया। कुल मिलाकर दीपक के खिलाफ अब तक 8 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
दीपक के हिट लिस्ट में कौन-कौन?
मोनू (मारा गया)
संदीप (मारा गया)
गार्ड लालसिंह (मारा गया)
प्रशांत (70 बार कॉल, बच गया)
अय्यपा मंदिर का पुजारी (बच गया, उदयपुर चला गया)
उदयपुर का पुजारी (अगला टारगेट)
एएसआई (जिसने उसे मारा था)

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