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“राजस्थान में मराठाओं का कभी साम्राज्य नहीं रहा, वे सिर्फ लुटेरे थे, जिन्होंने मंदिरों के गहने तक लूटे“ : खिजूरी

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24 News Update उदयपुर। श्री राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप सिंह खिजुरी मंगलवार को उदयपुर पहुंचे, जहां संभाग अध्य्क्ष डॉ परमवीर सिंह दुलावत , जिला अध्यक्ष प्रवीण सिंह झाला प्रदेश उपाध्य्क्ष प्रेम सिंह जिला प्रभारी फतह सिंह सहित करणी सेना के पदाधिकारियों ने उनका जोरदार स्वागत किया। खिजुरी ने मेवाड़ के आराध्य भगवान एकलिंगनाथ के दर्शन किए और संगठन के नेताओं के साथ आगामी चुनाव में करणी सेना की भागीदारी को लेकर अहम रणनीति पर चर्चा की।
मेवाड़ जगत से बातचीत में प्रदेशाध्यक्ष खिजुरी ने कहा कि पूर्व में वसुंधरा सरकार के समय 10 प्रतिशत ईडब्ल्यूएस आरक्षण दिया गया था। अब करणी सेना चाहती है कि इसे बढ़ाकर 14 प्रतिशत किया जाए। साथ ही यह आरक्षण सिर्फ शिक्षा और नौकरियों तक ही सीमित न रहे, बल्कि इसे पंचायत चुनाव, नगर निगम चुनाव और जिला परिषद चुनावों में भी लागू किया जाए। उनका कहना था कि ऐसा होने पर समाज की राजनीतिक भागीदारी और मजबूत होगी और युवाओं का भविष्य उज्ज्वल बनेगा।
खिजुरी ने केंद्र सरकार की ईडब्ल्यूएस गाइडलाइन पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि राजस्थान में तो इसका सरलीकरण किया गया है, लेकिन केंद्र की गाइडलाइन इतनी सख्त है कि पात्र लोगों के लिए लाभ उठाना मुश्किल हो रहा है। इसलिए करणी सेना इसकी मांग केंद्र स्तर पर भी उठाएगी।
इतिहास को लेकर भी खिजुरी ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि एनसीईआरटी की किताबों में मराठाओं के बारे में जिस तरह से लिखा गया है, वह राजस्थान और मेवाड़ के इतिहास को धुंधला करने की कोशिश है। खिजुरी ने साफ कहा कि “राजस्थान में मराठाओं का कभी कोई साम्राज्य नहीं रहा। वे यहां सिर्फ लुटेरे थे, जिन्होंने मंदिरों के गहने तक लूटे।“ उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने किताबों से ऐसे भ्रामक अंश नहीं हटाए तो करणी सेना सड़कों पर जोरदार आंदोलन करेगी।
खिजुरी ने कहा कि “मेवाड़ की माटी शौर्य और बलिदान की प्रतीक है। यदि सरकार ने इतिहास के साथ छेड़छाड़ बंद नहीं की तो करणी सेना पूरे राजस्थान में इसका पुरजोर विरोध करेगी।“

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