24 News Udpate उदयपुर। थाना गोगुन्दा पुलिस ने सरकारी सहायता योजना का झांसा देकर जमीन हड़पने और पीड़ितों के बैंक खातों से राशि निकालने के मामले में मुख्य आरोपी बालूलाल पुत्र नोजीराम गमेती (36), निवासी धाम तलाई, रामा, थाना सुखेर, उदयपुर को गिरफ्तार किया है। आरोपी पर आरोप है कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर ग्रामीणों को सरकारी स्कीम से लाभ दिलाने का लालच दिया और धोखे से उनकी जमीन अपने नाम करवा ली।
सरकारी योजना के नाम पर रजिस्ट्री और बैंक खातों से निकाले पैसे
प्रकरण के अनुसार, पीड़ित कसाल पुत्र मग्गा भील, हीरा पुत्र बाला भील, चुन्नीलाल पुत्र भजाराम भील, भूरकी बाई पत्नी नन्दा भील, बसंती पुत्री नन्दा भील और भैरूलाल पुत्र नन्दा भील, निवासी खेरावास, दादिया, थाना गोगुन्दा ने पुलिस अधीक्षक, उदयपुर को परिवाद दिया था।
उन्होंने बताया कि ईसवाल क्षेत्र में उनकी पांच बीघा जमीन है। कुछ लोगों ने उनसे कहा कि सरकारी योजना से सहायता राशि दिलाई जाएगी। इसी बहाने आरोपीगण ने उन्हें धोखे से पावर ऑफ अटॉर्नी और रजिस्ट्री पर हस्ताक्षर करवा लिए। बाद में जमीन बालूलाल गमेती और उसकी पत्नी कमला के नाम पर ट्रांसफर कर दी गई।
ई-मित्र से निकलवाए ₹6 लाख, फिर हड़प लिए
आरोपीगण ने सरकारी सहायता के नाम पर पीड़ितों को ई-मित्र केंद्र बुलाया और वहां से उनके बैंक खातों से छः लाख रुपए निकलवाए। यह रकम प्रकाश गमेती और गिरीश सिंह निवासी छिपाला ने पीड़ितों से वसूल कर अपने पास रखी और कुछ राशि राकेश कुमावत व नरेश मेघवाल के माध्यम से बालूलाल तक पहुंचाई। प्रकाश गमेती ने तो पीड़ितों के एटीएम कार्ड तक अपने कब्जे में लेकर उनसे पैसे निकलवाए।
जमीन की डमी रजिस्ट्री से किया कब्जा
जांच में सामने आया कि आरोपीगण ने 4 बीघा जमीन की पावर ऑफ अटॉर्नी डमी व्यक्ति गणेशलाल गमेती के नाम करवाई और बाद में उसे बालूलाल की पत्नी कमला के नाम पर रजिस्ट्री कर दी। शेष 1 बीघा जमीन सीधे बालूलाल के नाम रजिस्टर्ड की गई। रजिस्ट्री में ₹8 लाख की राशि दर्शाई गई, जबकि पीड़ितों के खाते में केवल ₹6 लाख ही जमा कराए गए।
अनुसंधान में खुलासा: रजिस्ट्री कार्यालय और ई-मित्र पर मौजूद थे सभी आरोपी
पुलिस जांच में स्पष्ट हुआ कि घटना के समय सभी आरोपी रजिस्ट्री कार्यालय और ई-मित्र केंद्र दोनों स्थानों पर मौजूद थे। उन्होंने आपसी सांठगांठ से सम्पूर्ण योजना के तहत धोखाधड़ी को अंजाम दिया।
आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड और फरारी
मुख्य आरोपी बालूलाल गमेती के खिलाफ पूर्व में 6 आपराधिक प्रकरण,
गिरीश सिंह के खिलाफ 5 प्रकरण,
जबकि प्रकाश गमेती के विरुद्ध हत्या का एक प्रकरण दर्ज है।
प्रकाश गमेती को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है। शेष आरोपी गिरीश सिंह, नरेश मेघवाल, गणेश गमेती, दिनेश जोशी, राकेश कुमावत और लोकेन्द्र सिंह फरार हैं, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है।
पुलिस की कार्रवाई
मामले की जांच जिला पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल के निर्देशन में वृताधिकारी सूर्यवीर सिंह (वृत गिर्वा) के सुपरविजन में की जा रही है।
थाना गोगुन्दा पुलिस का कहना है कि अन्य फरार आरोपियों की लोकेशन ट्रैक की जा रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर पूरा गिरोह बेनकाब किया जाएगा।

