24 news Update उदयपुर। राजस्थान पंचायती राज एवं माध्यमिक शिक्षक संघ ने शिक्षकों पर बढ़ते गैर-शैक्षणिक कार्यों के विरोध में शुक्रवार को जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और शिक्षकों को राहत दिलाने के लिए कलेक्टर उदयपुर को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन का नेतृत्व संघ के प्रदेशाध्यक्ष शेर सिंह चौहान ने किया।
अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं के दौरान बीएलओ ड्यूटी से शिक्षण बाधित
प्रदेशाध्यक्ष चौहान ने बताया कि इस समय विद्यालयों में अर्द्धवार्षिक परीक्षाएँ जारी हैं तथा शिक्षा विभाग के महत्वपूर्ण शैक्षणिक कार्यक्रम भी संचालित हो रहे हैं। ऐसे समय बड़ी संख्या में शिक्षकों को बीएलओ एवं सहायक बीएलओ के रूप में लगाने से विद्यालयों की शिक्षण गतिविधियाँ गंभीर रूप से प्रभावित हो रही हैं। शिक्षक संघ द्वारा जिला प्रशासन को सौंपे ज्ञापन में मुख्य रूप से निम्न माँगें रखी गईं—सहायक बीएलओ के रूप में लगाए गए शिक्षकों को तत्काल विद्यालय कार्य हेतु मुक्त किया जाए, ताकि परीक्षाएँ बाधित न हों। एसआईआर कार्य में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा शिक्षकों पर मानसिक दबाव एवं प्रताड़ना रोकी जाए और उन्हें सहयोगपूर्ण वातावरण दिया जाए। अन्य विभागों में प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत शिक्षकों को वापस विद्यालयों में भेजा जाए, जिससे शिक्षण व्यवस्था दुरुस्त रहे। आगामी जनगणना कार्य में शिक्षकों की न्यूनतम तैनाती की जाए और अन्य विभागीय कर्मचारियों को प्राथमिकता दी जाए। संघ ने मांग की कि इन बिंदुओं पर शीघ्र कार्यवाही कर शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक दायित्वों से राहत दी जाए, ताकि वे विद्यार्थियों के हित में अपना शैक्षणिक कार्य बिना मानसिक दबाव के जारी रख सकें।
कई जिलों के पदाधिकारी रहे उपस्थित
प्रदर्शन के दौरान प्रदेश कोषाध्यक्ष सतीश जैन, संगठन मंत्री भेरूलाल कलाल, प्रचार मंत्री सुरेश खंडारिया, जिला अध्यक्ष चंद्रशेखर परमार, जिला महामंत्री कमलेश शर्मा, गिरवा ब्लॉक अध्यक्ष प्रेमराज बैरवा, शहर अध्यक्ष सुभाष चंद्र बिश्नोई, बड़ागांव ब्लॉक अध्यक्ष प्रेमसिंह भाटी, खेरवाड़ा ब्लॉक अध्यक्ष अरविंद मीणा, झाड़ोल ब्लॉक अध्यक्ष लोकेश डामोर, गजेन्द्र शर्मा, रईस खान, हितेंद्र दवे, चेतराम मीणा, निसार अहमद, अशोक मीणा, अमित कल्याणा सहित अनेक पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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