24 News update पाली/अहमदाबाद, 13 जून 2025 अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरते समय विमान हादसे में जान गंवाने वाली 21 वर्षीय खुशबू कंवर राजपुरोहित की मौत से राजस्थान के पाली शहर का माहौल भारी हो गया है। बुधवार को खुशबू अपने ससुराल से आशीर्वाद लेकर लंदन जा रही थी, जहां उसे पति विपुल सिंह से मिलना था। गुरुवार को विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया और खुशबू का सपना अधूरा रह गया।
आखिरी विदाई: सास-ससुर ने हँसते हुए किया था रवाना
पाली शहर के जवाहर नगर निवासी खुशबू के ससुराल परिवार ने बताया कि वह 11 जून को सास-ससुर के चरण छूकर, पिता और जेठ के साथ अहमदाबाद के लिए रवाना हुई थी। वहां से 12 जून को उसने लंदन के लिए फ्लाइट पकड़ी। लेकिन, यह पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान ही उसकी अंतिम साबित हुई। ससुर गजेन्द्रसिंह राजपुरोहित रोते हुए बोले, “अगर हमें मालूम होता कि ऐसा कुछ होने वाला है, तो हम उसे कभी भेजते ही नहीं।”
5 महीने पहले हुई थी शादी, पति लंदन में करता है नौकरी
खुशबू की शादी 18 जनवरी 2025 को जोधपुर जिले के खाराबैरा पुरोहितान गांव निवासी 25 वर्षीय विपुल सिंह से हुई थी। विपुल लंदन के सरकारी हॉस्पिटल में नर्सिंग ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं। शादी के दो महीने बाद ही वे लंदन लौट गए थे। उन्होंने पत्नी को वादा किया था कि जल्द ही उसे साथ ले जाएंगे और वह वादा निभाने जा रहे थे—पर नियति की योजना कुछ और ही थी।
हादसे की खबर सुनते ही पति लंदन से भारत रवाना
खुशबू की मौत की खबर मिलते ही विपुल ने लंदन से भारत लौटने के लिए फ्लाइट पकड़ी। ससुराल और पीहर दोनों ही गहरे शोक में हैं। कई परिवारजन अभी भी यकीन नहीं कर पा रहे कि खुशबू अब इस दुनिया में नहीं है।
30 साल से पाली में रह रहा है ससुराल परिवार
खुशबू का ससुराल मूल रूप से जोधपुर के खाराबैरा गांव से है, लेकिन पिछले करीब 30 वर्षों से पाली के जवाहर नगर, मंडिया रोड इलाके में बसे हैं। गजेन्द्रसिंह राजपुरोहित पाली में कपड़े के व्यापारी हैं। उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं।
जनप्रतिनिधियों और समाजजनों का पहुंचना
गुरुवार देर शाम को खुशबू के निधन की खबर फैलते ही पूर्व विधायक ज्ञानचंद पारख, पूर्व सभापति महेन्द्र बोहरा, कांग्रेस नेता महावीरसिंह सुकरलाई, एडवोकेट महेन्द्रसिंह राजपुरोहित, राजू तिवारी, शांतिलाल चौपड़ा सहित कई जनप्रतिनिधि और समाज के लोग गजेन्द्रसिंह के घर पहुंचे और दुख जताया।
पाली के वीडी नगर में भी पसरा शोक—शुभ और शुगन की मौत
विमान में उदयपुर के मार्बल व्यवसायी संजीव मोदी के बेटे शुभ और बेटी शुगन भी सवार थे। वे लंदन भ्रमण के लिए जा रहे थे। दोनों का ननिहाल पाली के वीडी नगर में है। उनकी मृत्यु की खबर मिलते ही उनके नाना पदम डागा का पूरा परिवार सदमे में आ गया। कुछ परिजन अहमदाबाद और कुछ उदयपुर के लिए रवाना हुए।
सच में हुआ “जून” का प्रहार—जन्म भी जून में, मृत्यु भी
खुशबू का जन्म 27 जून 2002 को हुआ था और उसकी मृत्यु 12 जून 2025 को—एक ही महीने में उसने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। सास की आंखों में आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। परिवारवालों ने कहा, “उसकी मासूम हँसी पूरे घर को रोशन करती थी।”
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