24 News Update जैसलमेर। देश की सरहदों की रक्षा करने वाले बीएसएफ जवान अब एक नए और अत्याधुनिक ड्रेस कोड में नजर आएंगे। राजस्थान के जैसलमेर सेक्टर में बीएसएफ की इस नई वर्दी का पहला लुक सामने आया, जिसे पूरी तरह फोर्स ने खुद डिजाइन किया है। खास बात यह है कि इस वर्दी का पेटेंट भी करवाया गया है, जिससे कोई भी इसकी नकल नहीं कर सकेगा। बीएसएफ डीआईजी योगेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि इस नई डिजिटल कॉम्बैट ड्रेस को विशेष परिस्थितियों में जवानों की सुविधा, सुरक्षा और मौसम के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। इसे पेटेंट कराने का मकसद बाजार में इसकी अवैध बिक्री और दुरुपयोग पर रोक लगाना है। यदि कोई इसके डिज़ाइन की नकल करता है, तो वह कानूनी अपराध की श्रेणी में आएगा। इस नई वर्दी की खूबी यही नहीं, यह 50 डिग्री सेल्सियस तक की भीषण गर्मी और पंजाब-बंगाल जैसे आर्द्र क्षेत्रों में भी जवानों को आराम देगी। वर्दी में 80% कॉटन, 19% पॉलिएस्टर और 1% स्पैन्डेक्स मिश्रित है, जिससे यह हल्की, लचीली और त्वचा को सांस लेने वाली बनी है।
डिजिटल पैटर्न से बढ़ेगी ऑपरेशनल सुरक्षा
नई वर्दी में डिजिटल प्रिंटिंग तकनीक का पहली बार इस्तेमाल किया गया है। इसमें 50% खाकी, 45% हरा और 5% भूरा रंग का कॉम्बिनेशन है, जो ऑपरेशनल ड्यूटी के दौरान जवानों को दुश्मन की नजर से बचाने में मदद करेगा। साथ ही यह फैब्रिक टिकाऊ और लंबे समय तक पहनने योग्य है। दो वर्षों की रिसर्च के बाद तैयार
इस ड्रेस को तैयार करने में दो साल का समय लगा। राजस्थान, पंजाब और बंगाल में इसके ट्रायल कराए गए। जवानों व अधिकारियों के अनुभवों और सुझावों के आधार पर डिज़ाइन और फैब्रिक में बार-बार सुधार किए गए।
बीएसएफ ने घोषणा की है कि अगले एक वर्ष में सभी जवानों को यह नई ड्रेस मुहैया कराई जाएगी।

