24 News Update बांसवाड़ा। स्कूल जाने के लिए बस का इंतजार कर रही सरकारी टीचर लीला ताबियार (36) की दिनदहाड़े तलवार से हत्या करने वाला आरोपी महिपाल भगोरा (25) आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ गया है। हत्या के बाद पांच महीने तक फरार चल रहा महिपाल उदयपुर में एक ट्रक पर ड्राइवर के रूप में काम करते हुए पकड़ में आया। सूचना के आधार पर कलिंजरा थाना पुलिस और इंटेलिजेंस की संयुक्त कार्रवाई में उसे दबोचा गया।
एसपी सुधीर जोशी के अनुसार 1 जुलाई को हुई इस सनसनीखेज वारदात के बाद आरोपी लगातार ठिकाने बदल रहा था। आर्मी की प्राइवेट एकेडमी से ट्रेनिंग लेने के कारण वह काफी चालाकी से पुलिस को गुमराह करता रहा। मंगलवार को उदयपुर से गिरफ्तार कर उसे बांसवाड़ा लाया गया।
कैसे हुई थी वारदात?
1 जुलाई की सुबह लगभग 10:30 बजे लीला बस स्टैंड के पास दुकान के बाहर बैठी थी। तभी आरोपी महिपाल अल्टो कार से वहां पहुंचा और अचानक तलवार लेकर लीला की ओर दौड़ा। उसने पेट में वार किया, जिससे लीला मौके पर गिर पड़ी। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वारदात के तुरंत बाद आरोपी की कार एक पेड़ से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इसके बाद वह पैदल ही जंगलों में घुस गया और कई महीनों तक अलग-अलग जगह छिपकर रहा।
फरारी के दौरान ड्राइवर बन गया आरोपी
कलिंजरा थानाधिकारी विक्रम सिंह के अनुसार आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस टीमें महीनों से संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थीं। महिपाल फरारी के दौरान ट्रक ड्राइवर बनकर उदयपुर में छिपा हुआ था। एक पुख्ता सूचना पर उसे आखिर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। SHO ने बताया कि आर्मी ट्रेनिंग की वजह से महिपाल बेहद शातिर तरीके से लोकेशन बदलता था और पुलिस से बच निकलता था।
पहले भी किया था जानलेवा हमला
लीला के परिवार ने बताया कि 23 अगस्त 2023 को भी आपसी विवाद के चलते महिपाल ने उस पर तलवार से हमला किया था। गंभीर स्थिति में तब लीला को गुजरात रेफर किया गया था। बाद में समझौता कर लीला ने महिपाल को छुड़वा दिया था। लीला की शादी करीब आठ साल पहले हुई थी, लेकिन तलाक के बाद उसका रिश्ता महिपाल से जुड़ा। 2023 में सरकारी नौकरी लगने के बाद दोनों के बीच विवाद बढ़ने लगा था। लीला ताबियार सज्जनगढ़ ब्लॉक के गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल छाया महुडी में संस्कृत विषय पढ़ाती थीं। 36 वर्षीय लीला अपने घर वालों में काफी लोकप्रिय और जिम्मेदार मानी जाती थीं।

