24 News update उदयपुर। मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के विधि महाविद्यालय में संविधान दिवस सप्ताह के अंतर्गत आयोजित स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह कार्यक्रम निर्वाचन विभाग के SIR-2026 अभियान के तहत आयोजित किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य युवा मतदाताओं को अपने वोटर डेटा के सत्यापन, परिवार/पिता के रिकॉर्ड से डेटा मिलान, और मतदाता सूची में आवश्यक सुधार की प्रक्रिया से अवगत कराना था।
मुख्य अतिथि डॉ. देवीलाल गर्ग, जिला समन्वयक (SVEEP) ने SIR अभियान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा घर-घर जाकर मतदाता डेटा का सत्यापन किया जा रहा है और हर मतदाता को अपने पुराने विवरण एवं परिवार के रिकॉर्ड को समय पर अपडेट करना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने विद्यार्थियों को डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से स्वयं भी SIR फॉर्म भरने के लिए प्रेरित किया। विशिष्ट अतिथि श्री राजेंद्र प्रसाद भूखिया ने भी उपस्थित विद्यार्थियों को सही और अद्यतन मतदाता जानकारी बनाए रखने के लिए मार्गदर्शन किया।
तकनीकी प्रशिक्षण श्री रामकृष्ण द्वारा दिया गया, जिसमें विद्यार्थियों को ऑनलाइन SIR फॉर्म भरने, डेटा मिलान करने, दस्तावेज़ अपलोड करने और परिवार के वोटर रिकॉर्ड से लिंकिंग की प्रक्रिया लाइव प्रदर्शित की गई। छात्रों ने इस प्रशिक्षण को अत्यंत उपयोगी बताया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. भाविक पानेरी द्वारा किया गया। इस अवसर पर NSS कोऑर्डिनेटर डॉ. राजश्री चौधरी, NSS यूनिट–I इंचार्ज डॉ. स्नेहा सिंह, NSS यूनिट–II इंचार्ज डॉ. कल्पेश निकावत तथा संकाय सदस्य डॉ. प्रियदर्शी नागदा और डॉ. पंकज मीणा उपस्थित रहे। कार्यक्रम में लगभग 450 छात्र शामिल हुए और उन्होंने पूरे सत्र में सक्रिय भागीदारी दिखाई। कार्यक्रम के अंतर्गत SIR थीम पर आधारित निबंध, पोस्टर, रंगोली और वाद-विवाद प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं। प्रतियोगिताओं में विजेताओं के नाम इस प्रकार हैं:
निबंध लेखन प्रतियोगिता:
प्रथम: भव्यता यादव
द्वितीय: ईशा काबरा
तृतीय: विकांक्षा सूथार
पोस्टर प्रतियोगिता:
प्रथम: भव्यता यादव
द्वितीय: इक़रा अहमद
तृतीय: प्रियांका पालीवाल
रंगोली प्रतियोगिता:
प्रथम: प्रियांका पालीवाल
द्वितीय: क्रतिका चौहान
तृतीय: पुण्य
वाद-विवाद प्रतियोगिता:
प्रथम: खुशी कुमावत
द्वितीय: भव्यता यादव
तृतीय: हनुमंत सिंह चुंडावत, राजेश्वरी खटीक, शुभम जैन
विद्यार्थियों ने कार्यक्रम को ज्ञानवर्धक बताया और कहा कि इसने मतदाता जागरूकता व डेटा सत्यापन की प्रक्रिया को समझने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

