24 News Update उदयपुर। उदयपुर जिले में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के लिए मंगलवार से सभी सातों विधानसभा क्षेत्रों में घर-घर सर्वेक्षण कार्य शुरू होगा। इसके लिए जिले के 1936 बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) तैनात किए गए हैं।
सोमवार को सभी उपखंड स्तरों पर निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (ईआरओ) के निर्देशन में बीएलओ को आवश्यक प्रशिक्षण दिया गया।
प्रथम चरण के अंतर्गत 4 नवम्बर से 4 दिसम्बर तक बीएलओ घर-घर जाकर प्रत्येक मतदाता से दो प्रतियों में गणना प्रपत्र भरवाएंगे, जिनमें से एक प्रति रसीद के रूप में मतदाता के पास रहेगी।
वर्तमान में उदयपुर जिले में 27 अक्टूबर, 2025 की स्थिति के अनुसार 19 लाख 62 हजार 340 मतदाता पंजीकृत हैं। विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत इन मतदाताओं से संबंधित सभी विवरणों का बीएलओ द्वारा सत्यापन और अद्यतन किया जाएगा।
क्या है गणना प्रपत्र
भारत निर्वाचन आयोग ने इस बार गणना प्रपत्र को सरल और एक पृष्ठीय बना दिया है। इसमें मतदाता से संबंधित मूल जानकारी जैसे नाम, ईपिक नंबर, पता, भाग एवं क्रमांक संख्या पहले से अंकित रहेगी। साथ ही मतदाता की फोटो भी प्रपत्र पर छपी होगी। बीएलओ घर-घर जाकर प्रत्येक मतदाता को गणना प्रपत्र देंगे और उसे भरने में सहायता करेंगे। मतदाता को इसमें अपनी जन्म तिथि, आधार संख्या (वैकल्पिक), पिता/अभिभावक व माता का नाम और ईपिक नंबर (वैकल्पिक), मोबाइल नंबर जैसी जानकारियां भरनी होंगी। साथ ही एक नवीनतम रंगीन पासपोर्ट साइज फोटो भी चिपकानी होगी। गणना प्रपत्र में विगत एसआईआर की मतदाता सूची से वर्तमान मतदाताओं की जानकारी लेकर भरी जाएगी। यदि किसी मतदाता का नाम पिछली सूची में नहीं है, परंतु उनके रिश्तेदार (माता-पिता, दादा-दादी, नाना-नानी आदि) का नाम सूची में शामिल है, तो गणना प्रपत्र में उनका विवरण भरकर मैपिंग की जाएगी।

