उदयपुर। स्वरांजलि म्यूजिक ग्रुप एवं तारा संस्थान उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में सेक्टर-14 स्थित मां द्रौपदी आनंद वृद्ध आश्रम में शनिवार को वरिष्ठ नागरिक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कुल 56 वरिष्ठजनों का सम्मान किया गया।
इस अवसर पर संस्थान की अध्यक्षा श्रीमती कल्पना गोयल एवं दीपेश मित्तल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के संयोजक श्री मोहन सोनी, श्रीमती अलका जैन, श्रीमती अनीता शर्मा तथा मैनेजर श्री सतीश कलाल की विशेष भूमिका रही।
तारा संस्थान की ओर से स्वरांजलि ग्रुप का भी अभिनंदन पत्र भेंट कर सम्मान किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ गणेश वंदना से हुआ, जिसके बाद स्वरांजलि ग्रुप के कलाकारों ने मनमोहक गीत प्रस्तुत कर वातावरण को सुरमयी बना दिया। बीच-बीच में वरिष्ठजनों का सम्मान किया गया — पुरुषों को पगड़ी और उपरणा, जबकि महिलाओं को शाल ओढ़ाकर और सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया।
सम्मानित व्यक्तियों में प्रमुख रूप से —
श्री पी.एस. चौहान (सेवानिवृत्त जज), श्री मोहन सोनी (सेवानिवृत्त तहसीलदार), श्री दिनेश अग्रवाल (पूर्व एक्सईएन, हाउसिंग बोर्ड), श्री पंकज जानी (सेवानिवृत्त लेखा अधिकारी), श्रीमती चंद्रकांता बंसल (सेवानिवृत्त प्राचार्या), श्री हीरालाल पालीवाल, श्री इकबाल खान, श्री गोपाल वर्मा, श्री अमृतलाल सेठिया, श्री चंद्रशेखर पांडे, श्री ललित स्वर्णकार, श्रीमती निर्मला स्वर्णकार, श्री राम प्रसाद सोनी, श्री गिरीश उपाध्याय, श्रीमती कपिला उपाध्याय, श्री सुरेश चंद्र थापा, श्री विष्णु वैष्णव, श्री उदय लाल टाक, श्री किशन टाक, श्री कैलाश चंद्र जैन, श्रीमती पुष्पा पालीवाल, श्रीमती नूतन बेदी, श्रीमती आजाद सोनी, श्रीमती गीता टाक, श्रीमती बसंती देवी, श्रीमती अमिता जानी, श्री राकेश शर्मा, श्री हरीश जोशी, श्रीमती कल्पना जोशी, श्री खुमाण उपाध्याय, श्रीमती जयश्री जोशी, श्री लीलाराम जोशी, और श्री राजेंद्र प्रसाद त्रिवेदी शामिल थे।
कार्यक्रम का संचालन श्री मोहन सोनी ने किया। तारा संस्थान की गतिविधियों की जानकारी श्रीमती अलका जैन ने दी।
गीत प्रस्तुति में स्वरांजलि ग्रुप के कलाकारों ने अपनी शानदार गायकी से समा बांध दिया। विकास स्वर्णकार ने बड़ी दूर से आए हैं प्यार का तोहफा लाए हैं, सुशील वैष्णव ने ड्रीम गर्ल, योगेश उपाध्याय ने सूरज दूर गगन से, गजेंद्र सोनी ने जिंदगी का सफर है ये कैसा सफर, नेहा वैष्णव ने टूटे बाजूबंद री लूम, क्षितिज चूलेट ने मैं हूं झूम झूम झुमरू, गौरव स्वर्णकार ने तुझे सूरज कहूं या चंदा, तथा मोहन सोनी और नूतन वेदी ने जरा सामने तो आ ओ छलिए गाना प्रस्तुत कर उपस्थित सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया।
कार्यक्रम के समापन पर तारा संस्थान की ओर से सभी वरिष्ठजनों एवं अतिथियों को स्वरुचि भोजन करवाया गया, जिससे पूरा माहौल स्नेह और आदर से भर गया।

