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सतगुरु ट्रैवल में ‘कर्मचारी-प्रथम’ मॉडल: श्रम कानूनों का अनुपालन, यात्रियों को बेहतर सेवा का भरोसा

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24 News update उदयपुर। वैश्विक स्तर पर तेजी से विस्तार कर रही ट्रैवल और टूरिज्म इंडस्ट्री में जहां काम के घंटे, दबाव और अस्थिरता को लेकर अक्सर सवाल उठते हैं, वहीं सतगुरु ट्रैवल ग्रुप ने अपने लिए एक अलग पहचान बनाई है। कंपनी ने सभी अंतरराष्ट्रीय कार्यालयों में ‘कर्मचारी-प्रथम’ संस्कृति को संस्थागत रूप देते हुए इसे सस्टेनेबल ग्रोथ और यात्रियों के हित से सीधे जोड़ा है। दुबई मुख्यालय वाली सतगुरु ट्रैवल आज लगभग 2,500 प्रोफेशनल्स के ग्लोबल वर्कफोर्स के साथ एशिया, अफ्रीका, यूरोप और मिडिल ईस्ट में सक्रिय है। कंपनी का दावा है कि वह जिस भी देश में कार्यरत है, वहां के एचआर फ्रेमवर्क, श्रम कानूनों और कर्मचारी सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन किया जाता है। इसका सीधा असर कार्यस्थल की स्थिरता और सेवा की गुणवत्ता पर पड़ता है।
यात्री हित से जुड़ा मॉडल
विशेषज्ञों के अनुसार ट्रैवल इंडस्ट्री में कर्मचारी संतुष्टि का सीधा संबंध यात्रियों को मिलने वाली सेवा से होता है। प्रशिक्षित, सुरक्षित और संतुलित कार्य वातावरण में काम करने वाला स्टाफ न केवल बेहतर योजना और सपोर्ट देता है, बल्कि संकट की स्थिति में भी यात्रियों के लिए भरोसेमंद साबित होता है। सतगुरु ट्रैवल का ‘पीपल-फर्स्ट’ दृष्टिकोण इसी सिद्धांत पर आधारित है।
कानून, नैतिकता और पारदर्शिता पर जोर
सतगुरु ट्रैवल के चेयरमैन अनिल चंदीरानी का कहना है कि ट्रैवल और टूरिज्म मूल रूप से एक जन-केंद्रित उद्योग है। उनके शब्दों में, “हम अपने सभी ग्लोबल ऑपरेशंस में स्थानीय श्रम कानूनों और रेगुलेटरी गाइडलाइंस का पूरी सख्ती से पालन करते हैं। निष्पक्षता, सुरक्षा और नियमों का अनुपालन हमारे लिए सिर्फ कॉर्पोरेट दायित्व नहीं, बल्कि दीर्घकालिक सफलता की बुनियाद है। हमारे कर्मचारी हमारी सबसे बड़ी ताकत हैं।”

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