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थोक सीमेंट परिवहन के क्षेत्र में क्रांति: कंटेनरों में लोडिंग की सुविधा के साथ शुरू हुई बल्क सीमेंट मूवमेंट

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24 News Updateनई दिल्ली/मेलचेरुवु/बैंगलोर। भारत में थोक सीमेंट परिवहन अब एक नए युग में प्रवेश कर चुका है। कॉनकॉर (कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) ने पहली बार विशेष टैंक कंटेनरों के माध्यम से लूज (खुली) सीमेंट मूवमेंट की सुविधा शुरू करके सीमेंट लॉजिस्टिक्स की तस्वीर बदल दी है। यह पहल पारंपरिक बैग परिवहन प्रणाली पर निर्भरता को कम करने और लॉजिस्टिक्स को अधिक टिकाऊ, सुरक्षित और कुशल बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम मानी जा रही है।
मेलचेरुवु से व्हाइटफील्ड तक सफल मूवमेंट की शुरुआत
कॉनकॉर ने आंध्र प्रदेश के मेलचेरुवु स्थित माई होम सीमेंट साइडिंग (एमएमएचएम) से कर्नाटक के बेंगलुरु स्थित कॉनकॉर आईसीडी व्हाइटफील्ड तक इन विशेष टैंक कंटेनरों के माध्यम से थोक सीमेंट की वास्तविक समय में आवाजाही सफलतापूर्वक शुरू कर दी है।
भारतीय रेलवे की हरित और नवोन्मेषी लॉजिस्टिक्स की दिशा में अग्रसरता
यह पहल भारतीय रेलवे द्वारा देश के प्रमुख आर्थिक क्षेत्रों को हरित, बहुविध और नवाचारपूर्ण लॉजिस्टिक्स समाधान उपलब्ध कराने के प्रयासों का एक और मील का पत्थर है। टैंक कंटेनरों के प्रयोग से न केवल सीमेंट कंपनियों की परिचालन दक्षता में इजाफा होगा, बल्कि यह प्रणाली कार्बन उत्सर्जन में भी उल्लेखनीय कमी लाएगी।
पर्यावरण अनुकूल और लागत प्रभावी समाधान
ये टैंक कंटेनर विशेष रूप से इस उद्देश्य के लिए डिज़ाइन किए गए हैं कि रेल नेटवर्क के माध्यम से थोक सीमेंट का कुशल, सुरक्षित और पर्यावरण हितैषी परिवहन संभव हो सके। इससे बैग आधारित सिस्टम में होने वाले नुकसान, समय और श्रम की बचत भी सुनिश्चित होती है।
कॉनकॉर की प्रतिबद्धता: आधुनिक और जिम्मेदार लॉजिस्टिक्स की ओर
कॉनकॉर ने अपनी मजबूत बुनियादी संरचना और मल्टीमॉडल क्षमताओं का लाभ उठाते हुए उद्योगों को आधुनिक लॉजिस्टिक्स समाधान प्रदान करने की दिशा में यह नई पहल की है। कंपनी का लक्ष्य किफायती, टिकाऊ और दीर्घकालिक रूप से प्रभावी लॉजिस्टिक्स प्रणाली को बढ़ावा देना है, जो देश के हरित लॉजिस्टिक्स मिशन के भी अनुरूप है।

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