24 News Update उदयपुर | सेवानिवृत्त मुख्य वन संरक्षक (CCF) और ग्रीन पीपल सोसाइटी के अध्यक्ष राहुल भटनागर को भारत सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अधीनस्थ राष्ट्रीय व्याघ्र संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) द्वारा आयोजित क्षेत्रीय टाइगर कंजर्वेशन समीक्षा बैठक में अध्यक्षता का अवसर मिला।
यह महत्वपूर्ण बैठक 1 जुलाई 2025 को महाराष्ट्र के ताडोबा अंधारी टाइगर रिज़र्व में सम्पन्न हुई। इसमें मध्य भारत के पाँच प्रमुख राज्यों — मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ के फील्ड डायरेक्टर्स ने भाग लिया। बैठक में इन राज्यों में बाघ संरक्षण की वर्तमान स्थिति, चुनौतियों और भविष्य की रणनीतियों पर गहन विमर्श किया गया। भटनागर, जो वर्तमान में राष्ट्रीय व्याघ्र संरक्षण प्राधिकरण के विशेषज्ञ सदस्य भी हैं, को उनके दीर्घ अनुभव और वन्यजीव संरक्षण के प्रति सक्रिय भूमिका के चलते इस बैठक की अध्यक्षता हेतु आमंत्रित किया गया था। बैठक में भटनागर ने बाघों के संरक्षण के साथ-साथ वन्यजीव आवासों की सुरक्षा, सामुदायिक सहभागिता, पारिस्थितिकी तंत्र संतुलन और तकनीकी नवाचारों की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने डिजिटल ट्रैकिंग, कैमरा ट्रैपिंग, मानव-पशु संघर्ष के समाधान और कोर एवं बफर ज़ोन में पारिस्थितिक सुधार के लिए ठोस रणनीतियों को अपनाने का सुझाव दिया।
भटनागर ने कहा कि विभिन्न परियोजनाओं से जुड़े फील्ड अधिकारियों और कार्मिकों की समस्याओं का समाधान प्राधिकरण के सहयोग से किया जाएगा। साथ ही फील्ड में किए जा रहे नवाचारों को देश की अन्य व्याघ्र परियोजनाओं में लागू करने की दिशा में भी सकारात्मक पहल की जाएगी। बैठक में भाग लेने वाले अधिकारियों ने भी अपने अनुभव साझा किए और क्षेत्रीय बाघ संरक्षण योजनाओं को और अधिक प्रभावी बनाने के सुझाव दिए।
रिटायर्ड सीसीएफ राहुल भटनागर को टाइगर कंजर्वेशन बैठक में अध्यक्षता का अवसर

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