24 News Update उदयपुर। अखिल भारतवर्षीय श्री गुरु पुष्कर संगठन समिति के तत्वावधान में जीवदया प्रेमी, परम विदुषी साध्वी शील कंवर महाराज का संयम शताब्दी महोत्सव रविवार को विद्या निकेतन स्कूल, सेक्टर-4 में भव्य आयोजन के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाबचंद कटारिया ने श्रावक-श्राविकाओं को साधु-भगवंतों की जिनवाणी पर चलने की प्रेरणा दी। कटारिया ने कहा कि समाज को संगठित करने और धार्मिक जीवन मूल्यों की रक्षा में साधु-संतों की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि साध्वी शील कंवर महाराज व पुष्कर मुनि महाराज जैसे संतों के सान्निध्य में जैन समाज एकजुटता का उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि शहर विधायक ताराचंद जैन ने आयोजन समिति को भव्य आयोजन के लिए बधाई दी। साध्वी शील कंवर महाराज के संयम शताब्दी वर्ष पर 8 दशक से समाज सेवा में जुटे 30 दंपतियों को मेवाड़ी पगड़ी, माला, शॉल, उपरणा व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
साधु-साध्वियों का सान्निध्य
समारोह में महाश्रमण गुरुदेव जिनेंद्र मुनि महाराज, ज्ञानयोगी प्रज्ञा महर्षि उपाध्याय पूज्य रमेश मुनि, दीपेश मुनि, रविंद्र मुनि नीरज, पंन्यास प्रवर निरागरत्न मुनि सहित अन्य साधु-साध्वियों का सान्निध्य प्राप्त हुआ। सभी ने श्रावक-श्राविकाओं को संयम और जिनशासन के अनुरूप जीवन जीने का संदेश दिया।
शील संयम स्मारिका का विमोचन
समारोह में सीमा-ललित चोरडिया द्वारा ‘शील संयम स्मारिका’ का विमोचन किया गया। संगठन मंत्री श्याम झगड़ावत ने विगत वर्ष की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। समारोह की शुरुआत ध्वजारोहण व मंगलाचरण से हुई। ध्वजारोहण महामहिम कटारिया और दिलीप सुराणा ने किया। शील दरबार का अनावरण कन्हैयालाल मोदी और पुष्कर दरबार का अनावरण मानव भण्डारी व निखिल कावडिया ने किया। अध्यक्ष संजय भण्डारी ने स्वागत भाषण और संयम शताब्दी आयोजन की रूपरेखा प्रस्तुत की। आभार युवा अध्यक्ष प्रवीण पोरवाल ने व्यक्त किया। सभा में सुखलाल मादरेचा, दयालाल हिंगड़, हस्तीमल धोका, कुलदीप प्रियदर्शी सहित कई गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। समारोह में उदयपुर, सूरत, अहमदाबाद, मंदसौर, इंदौर सहित कई स्थानों से 400 से अधिक श्रावक-श्राविकाओं ने भाग लिया।
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