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पाकिस्तान में फिर जेल सुरक्षा पर सवाल: मलिर जेल से 216 कैदी फरार, अब हेड कॉन्स्टेबल भी लापता; IG समेत 23 अफसर सस्पेंड

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24 News Update इस्लामाबाद/कराची | जहां जेलें सबसे सुरक्षित मानी जाती हैं, वहीं पाकिस्तान की कराची मलिर जेल में पिछले दिनों हुई घटना ने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। 2 जून की रात यहां से 216 कैदी फरार हो गए और अब खबर आई है कि हेड कॉन्स्टेबल राशिद चिंगारी भी गायब हैं। उन पर कैदियों को भगाने में मदद करने का आरोप लगा है। इस घटना को कराची के इतिहास की सबसे बड़ी जेल चूक माना जा रहा है। 2 जून की रात कराची के मलिर जेल में अचानक हड़कंप मच गया जब एक झटके में 216 कैदी जेल तोड़कर फरार हो गए। यह घटना तब सामने आई जब सोशल मीडिया पर कुछ कैदियों के भागते हुए वीडियो वायरल हुए। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
अब तक की जानकारी के अनुसार, 126 कैदी वापस लौट आए हैं, जबकि 90 अब भी फरार हैं। इसी बीच फरार कैदियों की मदद के आरोप में जेल के हेड कॉन्स्टेबल राशिद चिंगारी भी लापता हैं। सिंध सरकार ने उनकी तत्काल गिरफ्तारी के आदेश दे दिए हैं।

23 अफसर सस्पेंड, IG जेल भी नपे
घटना की गंभीरता को देखते हुए सिंध सरकार ने जेल विभाग के IG, DIG और जेल अधीक्षक सहित 23 अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि जेल स्टाफ की मिलीभगत से ही यह सामूहिक भागदौड़ मुमकिन हो पाई। कुछ पकड़े गए कैदियों ने अजीबोगरीब दलील दी—”भूकंप का डर था, सब भाग रहे थे, हम भी भाग गए!” हालांकि, जांच एजेंसियां इस तर्क को हास्यास्पद मान रही हैं।

चौंकाने वाली लापरवाही
जेल में सीसीटीवी कैमरे तक नहीं थे, जिससे जांच बाधित हो रही है। सुरक्षा के नाम पर कोई इलेक्ट्रॉनिक ट्रैकिंग सिस्टम नहीं था। रात की गश्त न के बराबर थी।
सिंध सरकार का बयान: लौटने वालों पर नरमी, बाकियों पर सख्ती
जेल मंत्री अली हसन जरदारी ने कहा है कि जो कैदी 24 घंटे में खुद लौट आए, उन पर कुछ नरमी बरती गई, लेकिन जो अब भी फरार हैं उन्हें जेल तोड़ने के जुर्म में 7 साल की अतिरिक्त सजा दी जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि “चाहे आरोपी अफसर कितना भी बड़ा हो, कार्रवाई से कोई नहीं बचेगा।”
अब तक क्या हुआ?
216 में से 126 कैदी लौटे
90 अब भी फरार
1 कैदी की मौत
4 सुरक्षाकर्मी घायल
23 अफसर सस्पेंड
हेड कॉन्स्टेबल फरार
कार्रवाई के निर्देश राज्यपाल तक से जारी
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
2023: POK की रालकोट जेल से 19 कैदी फरार हुए, जिनमें से कई को मौत की सजा थी।
2012: बन्नू शहर से तालिबान के 400 आतंकवादी भागे थे।

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