24 News Update उदयपुर. जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी) के कुलपति कर्नल प्रो. शिव सिंह सारंगदेवोत को भारत सरकार द्वारा पुनः दत्तोपंत ठेंगड़ी राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड, महानिदेशालय, नई दिल्ली की क्षेत्रीय सलाहकार समिति के अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया है। उनका कार्यकाल 19 दिसंबर 2024 से 18 दिसंबर 2026 तक रहेगा। इस निर्णय को श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड के उपनिदेशक (मुख्यालय प्रभारी) जय श्री.टी. द्वारा आधिकारिक स्वीकृति प्रदान की गई।
श्रमिक कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता
इस अवसर पर प्रो. सारंगदेवोत ने कहा कि श्रमिक वर्ग समाज की नींव हैं और उनके सशक्तीकरण, अधिकारों एवं कल्याण के लिए ठोस प्रयास करना उनकी प्राथमिकता रहेगी। उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान सरकार द्वारा श्रमिकों के हित में किए गए प्रयासों की सराहना की, लेकिन साथ ही यह भी रेखांकित किया कि अब भी कई योजनाओं के लाभ सभी श्रमिकों तक नहीं पहुंच पाए हैं। उन्होंने संकल्प लिया कि आगामी कार्यकाल में इन योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करने का प्रयास किया जाएगा।
विद्यापीठ परिवार में हर्ष का माहौल
प्रो. सारंगदेवोत की पुनर्नियुक्ति पर विद्यापीठ परिवार में हर्षोल्लास का माहौल रहा। इस अवसर पर कुलाधिपति भंवरलाल गुर्जर, कुलसचिव डॉ. तरुण श्रीमाली, पीठ स्थविर डॉ. कौशल नागदा, परीक्षा नियंत्रक डॉ. पारस जैन सहित सभी डीन, निदेशकगण, प्राध्यापक एवं कर्मचारियों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं।
विद्यापीठ में आयोजित सम्मान समारोह में प्रो. सारंगदेवोत को पारंपरिक उपरणा ओढ़ाकर एवं पुष्पमाला पहनाकर अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर प्रो. सरोज गर्ग, प्रो. अमिया गोस्वामी, प्रो. शैलेंद्र मेहता, डॉ. चंद्रेश छतलानी, सुभाष बोहरा, भगवतीलाल श्रीमाली, डॉ. आशीष नंदवाना, उमराव सिंह, डॉ. संजीव राज पुरोहित, जितेंद्र सिंह चौहान, डॉ. कुलशेखर व्यास, विजयलक्ष्मी सोनी, डॉ. मनीषा मेहता, त्रिभुवन सिंह, शैतान सिंह, लक्ष्मण सिंह, डॉ. दिनेश श्रीमाली, डॉ. यज्ञ आमेटा, विकास डांगी, लहरनाथ, कालू सिंह, सांवरिया धाकड़ सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने शुभकामनाएं देकर स्वागत अभिनंदन किया।
आगामी कार्य योजना
प्रो. सारंगदेवोत ने स्पष्ट किया कि उनके आगामी कार्यकाल में श्रमिकों के समग्र विकास हेतु शिक्षा, कौशल उन्नयन, सामाजिक सुरक्षा एवं रोजगार के अवसरों में वृद्धि पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड की विभिन्न योजनाओं को ज़मीनी स्तर तक पहुंचाने के लिए ठोस पहल की जाएगी ताकि श्रमिक समुदाय को तकनीकी एवं व्यावसायिक रूप से सक्षम बनाया जा सके।
प्रो. सारंगदेवोत की पुनर्नियुक्ति से श्रमिक कल्याण की दिशा में नए आयाम स्थापित होने की उम्मीद है।

