24 News Update उदयपुर। आधुनिकता की चकाचौंध के बीच पारंपरिक मर्यादाओं को संरक्षित रखने की दिशा में पुष्करणा ब्राह्मण समाज ने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है। रविवार को उदयपुर के समीप ढिकली गांव में आयोजित समाज की गिर्वा परिषद की बैठक में सर्वसम्मति से यह तय किया गया कि अब समाज में विवाह से पूर्व वर-वधू की प्री-वेडिंग फोटो व वीडियो शूटिंग पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
बैठक में समाज के वरिष्ठजनों, पदाधिकारियों और युवाओं ने यह मत व्यक्त किया कि विवाह एक पवित्र संस्कार है, न कि प्रदर्शन या दिखावे का माध्यम। पारंपरिक संस्कारों की गरिमा बनाए रखने के लिए यह निर्णय समाज की मर्यादाओं के अनुरूप है।
बैठक में एक और महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए यह तय किया गया कि अब समाज में विवाह और मृत्यु भोज (प्रसादी) के निमंत्रण पत्र ई-कार्ड के माध्यम से भेजे जाएंगे। इस कदम का उद्देश्य कागज की बचत, डिजिटल माध्यमों को बढ़ावा देना और अनावश्यक खर्च व दौड़-भाग को कम करना है।
इस दौरान समाजजनों ने विवाह समारोहों में भोजन की बर्बादी को भी गंभीर मुद्दा बताया। प्रस्ताव पारित किया गया कि आगामी बैठक में गार्डन व रिसोर्ट्स में आयोजित भोजों में अन्न की अनावश्यक बर्बादी रोकने हेतु नीति तैयार की जाएगी।
पदाधिकारियों ने कहा कि इन निर्णयों का उद्देश्य न केवल धार्मिक व सांस्कृतिक मर्यादाओं को बनाए रखना है, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी और संसाधनों के संतुलित उपयोग को भी बढ़ावा देना है। पुष्करणा ब्राह्मण समाज की यह पहल अब अन्य समाजों के लिए भी एक प्रेरक उदाहरण बन सकती है।

