24 News Update उदयपुर। प्रताप गौरव केन्द्र, जिसे “राष्ट्रीय तीर्थ” के रूप में जाना जाता है, गुरुवार को ‘हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैयालाल की’ के गगनभेदी जयकारों से गूंज उठा। अवसर था आगामी 15 से 17 अगस्त तक आयोजित होने वाले श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव के प्रचार रथ के शुभारंभ का। रथ को राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. वासुदेव देवनानी ने भगवा ध्वज दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम भी विशेष अतिथि के रूप में मौजूद थे। प्रताप गौरव केन्द्र के निदेशक अनुराग सक्सेना ने जानकारी दी कि महोत्सव का आयोजन वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप समिति, उदयपुर के तत्वावधान में केन्द्र के भक्तिधाम परिसर में किया जाएगा। तीन दिवसीय इस आयोजन में श्रीकृष्ण की लीलाओं से जुड़े धार्मिक अनुष्ठान, सांस्कृतिक कार्यक्रम, झांकियां और प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। प्रचार रथ शहर और आसपास के क्षेत्रों में भ्रमण कर नागरिकों को आमंत्रित करेगा तथा आयोजन की जानकारी देगा। साथ ही विभिन्न प्रतियोगिताओं में सहभागिता के लिए युवाओं और बच्चों को प्रेरित करेगा।
महोत्सव की प्रमुख तिथियां और कार्यक्रम
कार्यक्रम संयोजक शंभू गमेती ने बताया कि रथ शुभारंभ कार्यक्रम में समिति के अध्यक्ष प्रो. बी.पी. शर्मा, उपाध्यक्ष एम.एम. टांक, महामंत्री पवन शर्मा, मंत्री डॉ. सुहास मनोहर, कार्यकारिणी सदस्य अशोक सिंह मेतवाला, चंद्रगुप्त सिंह चौहान, गायत्री स्वर्णकार सहित अनेक पदाधिकारी उपस्थित थे।
सह-संयोजक भूपेश पंचाली और वी.के. सिंह ने महोत्सव की रूपरेखा निम्नानुसार बताई:
🔹 15 अगस्त (शुभारंभ) सायं 7 बजे: नाव मनोरथ, जिसमें रासलीला मंचन और भजन संध्या का आयोजन।
🔹 16 अगस्त प्रातः 7 बजे: पंचामृत अभिषेक एवं प्रसाद वितरण। दोपहर 1 बजे से 5 बजे तक: झांकी प्रतियोगिता, जिसमें स्थानीय विद्यालयों व संस्थानों द्वारा श्रीकृष्ण लीलाओं की सजीव प्रस्तुतियां। रात्रि 7 बजे: दही-हांडी प्रतियोगिता, जिसमें युवाओं की टीमें भाग लेंगी। विजेता टीम को ₹51,000 का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
🔹 17 अगस्त (समापन दिवस) दोपहर 2 बजे: वेशभूषा प्रतियोगिता, जिसमें बालक-बालिकाएं और उनकी माताएं श्रीकृष्ण, राधा, यशोदा आदि की पोशाक में भाग लेंगी।
परिवार सहित आने का आमंत्रण
इस भव्य आयोजन को लेकर आयोजकों ने उदयपुरवासियों और पर्यटकों से परिवार सहित सहभागिता की अपील की है। आयोजन समिति का उद्देश्य धार्मिक आस्था, सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक समरसता का समुचित समागम प्रस्तुत करना है।
‘जय कन्हैयालाल की’ के जयघोष से गूंजा प्रताप गौरव केन्द्र, 15 से 17 अगस्त तक श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव, मटकी फोड़ विजेता को मिलेगा ₹51 हजार का इनाम

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