गोवा, 20 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बार दिवाली का पर्व नौसेना के जवानों के बीच गोवा स्थित स्वदेशी विमानवाहक पोत INS विक्रांत पर मनाया। रविवार रात को पहुंचे प्रधानमंत्री ने नौसैनिकों के साथ ‘बड़ा खाना’ (सामूहिक भोज) में शामिल होकर बातचीत की, मिठाई खिलाई और देशभक्ति गीतों पर ताल मिलाई। सोमवार सुबह उन्होंने करीब 40 मिनट का संबोधन दिया, जिसमें भारत की रक्षा शक्ति, आत्मनिर्भरता और सैनिकों के समर्पण पर विस्तार से बात की।
🔹 पीएम मोदी का संबोधन : “विक्रांत आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक, दुश्मन का चैन छीन लेता है”
प्रधानमंत्री ने कहा—
“हमारा विक्रांत आज आत्मनिर्भर भारत और मेड इन इंडिया का बहुत बड़ा प्रतीक है। महासागर को चीरता हुआ स्वदेशी INS विक्रांत भारत की सैन्य क्षमता का प्रतिबिंब है। विक्रांत ने अभी पाकिस्तान की रातों की नींद उड़ा दी थी। जिसका नाम ही दुश्मन का चैन छीन ले, वो INS विक्रांत है।”
उन्होंने कहा कि आज भारतीय नौसेना अपनी शक्ति और तकनीकी सामर्थ्य के दम पर हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की सुरक्षा और रणनीतिक बढ़त सुनिश्चित कर रही है।
🔹 “तीनों सेनाओं के समन्वय ने पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया”
पीएम मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का ज़िक्र करते हुए कहा—
“भारतीय नौसेना के पैदा किए गए भय ने, वायुसेना के अद्भुत कौशल और थलसेना की जाबांजी ने मिलकर पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया। जब दुश्मन सामने हो और देश अपने दम पर युद्ध लड़े, तब उसका पलड़ा भारी होता है।”
🔹 “हर 40 दिन में एक नया स्वदेशी युद्धपोत नौसेना में शामिल”
प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत अब हर 40 दिन में एक स्वदेशी युद्धपोत या पनडुब्बी नौसेना में शामिल कर रहा है।
“हमारी स्वदेशी ब्रह्मोस और आकाश मिसाइलों ने अपनी क्षमता साबित की है। कई देश अब इन्हें खरीदने में रुचि दिखा रहे हैं। भारत अब दुनिया के प्रमुख डिफेंस एक्सपोर्टर देशों में शामिल होने की दिशा में अग्रसर है। हमारा रक्षा निर्यात 30 गुना तक बढ़ चुका है,” उन्होंने कहा।
🔹 “100 जिले माओवादी आतंक से मुक्त, लोग पहली बार खुले में दिवाली मना रहे”
प्रधानमंत्री ने आंतरिक सुरक्षा का ज़िक्र करते हुए कहा कि 2014 से पहले देश के 125 जिले माओवादी हिंसा की चपेट में थे, जबकि आज यह संख्या सिर्फ 11 रह गई है।
“100 से ज्यादा जिले माओवादी आतंक से आजाद होकर पहली बार खुली हवा में दिवाली मना रहे हैं। जहां कभी सड़कों और स्कूलों को उड़ा दिया जाता था, आज वहां उद्योग, हाईवे और शिक्षा संस्थान बन रहे हैं,” उन्होंने कहा।
🔹 “नौसेना हर द्वीप पर फहरा रही तिरंगा”
मोदी ने कहा कि आज भारत की नौसेना न केवल सीमाओं की रक्षा कर रही है, बल्कि विश्व स्तर पर “विश्वबंधु भारत” की भूमिका भी निभा रही है।
“हमारे नौसैनिक हर द्वीप पर तिरंगा फहरा रहे हैं। चाहे मालदीव में पानी का संकट हो या इंडोनेशिया में सुनामी, भारत हमेशा सेवा की भावना से सबसे पहले पहुंचता है,” उन्होंने कहा।
🔹 नौसैनिकों संग “बड़ा खाना” और मिठाई वितरण
रविवार रात प्रधानमंत्री मोदी ने नेवी अफसरों और जवानों के साथ सामूहिक भोजन (“बड़ा खाना”) किया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ भोजन नहीं, बल्कि एकता, सौहार्द और परस्पर सम्मान की भावना का प्रतीक है।
सोमवार सुबह उन्होंने नौसैनिकों को मिठाई खिलाई, भारत माता के नारे लगाए, और देशभक्ति गीतों पर तालियां बजाईं।
🔹 12वीं बार जवानों के बीच दिवाली
यह लगातार 12वां वर्ष है जब प्रधानमंत्री मोदी ने दिवाली किसी न किसी सैन्य बल के जवानों के बीच मनाई।
पिछले वर्ष वे गुजरात के कच्छ में BSF, आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के जवानों के बीच पहुंचे थे। अब तक वे चार बार जम्मू-कश्मीर, एक-एक बार राजस्थान, उत्तराखंड, अरुणाचल, हिमाचल, पंजाब, लेह और कच्छ में सैनिकों के साथ दिवाली मना चुके हैं।

