24 न्यूज अपडेट, डूंगरपुर। डूंगरपुर जिले के दोवड़ा थाना क्षेत्र के लापिया गांव में गुरुवार को दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। एक आदमखोर पैंथर ने 66 वर्षीय बुजुर्ग पर खेत में हमला कर उसे मार डाला और शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए। यह क्षेत्र पहले भी पैंथर मूवमेंट के लिए जाना जाता रहा है, लेकिन इस बार पैंथर ने इंसान को शिकार बना लिया, जिससे पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।
बुजुर्ग माननी पुत्र रामा मीणा गुरुवार सुबह अपने घर से महुआ बीनने के लिए खेतों में गए थे, लेकिन देर शाम तक घर नहीं लौटे। शुक्रवार सुबह जब उनकी पत्नी उन्हें तलाशते हुए खेत पहुंचीं, तो करीब 300 मीटर की दूरी पर उन्हें पति का शव क्षत-विक्षत अवस्था में मिला। शव दो हिस्सों में बंटा हुआ था और नाजुक अंगों को पैंथर पूरी तरह नोंच चुका था। यह दृश्य देखकर पत्नी की चीख निकल गई और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जुट गए।
वन विभाग की प्रारंभिक जांच और मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार, पैंथर ने पीछे से छलांग लगाकर बुजुर्ग की गर्दन को दबोचा और फिर एक-एक अंग को नोंच डाला। शव पूरी तरह बिवृत अवस्था में था और कमर से नीचे का हिस्सा पूरी तरह खा लिया गया था। शव को तिरपाल से ढककर मोर्चरी भिजवाया गया, जहां पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा गया।
पैंथर की धरपकड़ के लिए वन विभाग की टीम सक्रिय
वन विभाग ने इसे ‘आदमखोर’ पैंथर घोषित करते हुए तत्काल एक्शन लिया है। पैंथर को पकड़ने के लिए क्षेत्र में तीन बड़े पिंजरे लगाए गए हैं और 20 कार्मिकों की विशेष टीम गठित की गई है। यह टीम चार-चार के दल में आसपास के पांच संभावित मार्गों पर सर्वे कर रही है।
मौके पर पहुंचे उप वन संरक्षक गौतमलाल मीणा ने बताया कि शव की स्थिति और गर्दन के पीछे पाए गए गहरे घाव इस बात की पुष्टि करते हैं कि हमला पीछे से हुआ और पैंथर ने खून चूसने के बाद शरीर को दो हिस्सों में बांट दिया।
10 साल बाद फिर पैंथर का हमला, पहले भी ले चुका है जान
यह इस क्षेत्र में मानव पर पैंथर के हमले की पहली घटना है, लेकिन डूंगरपुर जिले में इससे पहले भी ऐसे हमले हो चुके हैं।
- 2012 में सरकण कोपचा में पैंथर ने तीन बच्चों पर हमला किया था, जिनमें से दो की मौत हो गई थी।
- 2015 में निठाउना (आसपुर क्षेत्र) के पास एक व्यक्ति की पैंथर हमले में मौत हो गई थी।
अब 10 साल बाद लापिया गांव की यह घटना सामने आई है, जिसने एक बार फिर ग्रामीणों के मन में भय और चिंता का माहौल बना दिया है।
मौके पर पहुंचे प्रशासन और वन विभाग के अधिकारी
घटना के बाद मौके पर बनकोड़ा चौकी प्रभारी लालसिंह, विजयपाल, दोवड़ा थानाधिकारी तेजकरण सिंह, उप वन संरक्षक गौतमलाल मीणा, क्षेत्रीय वन अधिकारी सोनम मीणा, आसपुर वनपाल राजेंद्र सिंह, वनरक्षक देवेंद्र सिंह और पूर्व सरपंच राकेश मीणा भी मौजूद रहे।
ग्रामीणों की मांग है कि जल्द से जल्द इस आदमखोर पैंथर को पकड़ा जाए, ताकि भविष्य में और कोई जान न जाए।

