24 News Update उदयपुर। एम.बी. हॉस्पिटल में दो महिलाओं की जान बचाकर उमर फ़ारुख़ फ़ाउंडेशन ने एक बार फिर मानवता का संदेश दिया। पहला मामला सवीना निवासी राबीना पत्नी कालू ख़ान का था, जिन्हें डिलीवरी के दौरान O- (O Negative) ब्लड की तत्काल ज़रूरत थी। दूसरा मामला मुमताज़ बानो पत्नी मुबारिक ख़ान का रहा, जिन्हें ऑपरेशन के दौरान A+ ब्लड की आवश्यकता थी। दोनों ही परिस्थितियों में फ़ाउंडेशन के सदस्य मो. नदीम (आर्मी कैंटीन, महावतवाड़ी) और मो. अक़रम ख़ान (फ़ारुख़-ए-आज़म कॉलोनी) ने तत्काल रक्तदान कर दोनों महिलाओं की ज़िंदगी बचाने में अहम भूमिका निभाई।
फ़ाउंडेशन के चेयरमैन इंजीनियर उमर फ़ारुख़ ने बताया कि संस्था अब तक सैकड़ों ज़रूरतमंदों को समय पर ब्लड उपलब्ध करवा चुकी है। उन्होंने कहा — “इंसानियत अब भी ज़िंदा है, बस उसे निभाने वाले दिल चाहिए। हमारा उद्देश्य समाज में मानवता की भावना को मज़बूत करना है।” उमर फ़ारुख़ फ़ाउंडेशन शिक्षा, स्वास्थ्य और राहत कार्यों के क्षेत्र में निरंतर सक्रिय है। संस्था ने लोगों से अपील की है कि—“आपका एक यूनिट ब्लड किसी ज़िंदगी की उम्मीद बन सकता है।”
उमर फ़ारुख़ फ़ाउंडेशन ने पेश की इंसानियत की मिसाल

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