धर्मगढ़ के सब-कलेक्टर धीमन चकमा पर 10 लाख की रिश्वत लेने का आरोप, विजिलेंस ने की बड़ी कार्रवाई
24 News update भुवनेश्वर | ओडिशा के कलाहांडी जिले में भ्रष्टाचार का एक बड़ा मामला सामने आया है। धर्मगढ़ के सब-कलेक्टर और 2021 बैच के आईएएस अधिकारी धीमन चकमा को रविवार को 10 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। विजिलेंस टीम ने न केवल रिश्वत लेते हुए उन्हें पकड़ा, बल्कि उनके सरकारी आवास से 47 लाख रुपये अतिरिक्त नकदी भी जब्त की है। इस प्रकार अब तक की कुल बरामद राशि 57 लाख रुपये हो चुकी है। छापेमारी और जांच की कार्रवाई फिलहाल जारी है।
रिश्वत की पहली किस्त थी 10 लाख, नोट गिनने के बाद ड्रॉअर में रखे थे
विजिलेंस विभाग के अनुसार, धीमन चकमा ने एक स्थानीय व्यवसायी से 20 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी। रविवार को व्यवसायी को उनके सरकारी आवास पर बुलाकर उन्होंने पहली किस्त के रूप में 10 लाख रुपये प्राप्त किए। नोटों की संख्या 26 बंडल थी, जिनमें ₹100 और ₹500 के नोट शामिल थे। उन्होंने खुद इन नोटों की गिनती की और फिर ऑफिस टेबल की दराज में रख दिया।
इसी दौरान विजिलेंस टीम ने पहले से योजना बनाकर छापा मारा और मौके पर ही नकदी सहित चकमा को गिरफ्तार कर लिया। केमिकल परीक्षण (Phenolphthalein टेस्ट) में उनके हाथ और दराज दोनों से रिश्वत की पुष्टि हुई है।
सरकारी आवास से और 47 लाख रुपये की नकदी जब्त
इसके बाद विजिलेंस ने उनके सरकारी आवास की गहन तलाशी ली, जिसमें अतिरिक्त 47 लाख रुपये नकद बरामद किए गए। इस नकदी को लेकर चकमा कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए। टीम को आशंका है कि यह रकम भी भ्रष्टाचार और अवैध लेनदेन से जुड़ी हो सकती है। कुछ दस्तावेज़ और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी जब्त किए गए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज
विजिलेंस विभाग ने इस पूरे मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 और 2018 के संशोधित अधिनियम के तहत केस नंबर 6/2025 दर्ज किया है। फिलहाल चकमा से पूछताछ की जा रही है और उनके अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी जारी है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस मामले में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।

