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रेल मदद एप पर उत्तर पश्चिम रेलवे कर रहा औसतन 25 मिनट में शिकायतों का समाधान

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24 News Update जयपुर। यात्रियों को सुरक्षित, आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा देने के साथ रेलवे अब यात्रा के दौरान आने वाली समस्याओं और शिकायतों का भी तेजी से निस्तारण कर रहा है। इस दिशा में भारतीय रेलवे द्वारा संचालित ‘रेल मदद’ (MADAD – Mobile Application for Desired Assistance During Travel) पोर्टल और एप पर 24×7 यात्री शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है। 1 जुलाई 2025 से रेलवे का नया ‘रेल वन’ ऐप भी यात्रियों के लिए उपलब्ध है, जो एक वन-स्टॉप सॉल्यूशन की तरह टिकट बुकिंग, ट्रेन व पीएनआर पूछताछ, प्लेटफॉर्म टिकट, यात्रा योजना, ऑन-बोर्ड भोजन बुकिंग, मालवहन पूछताछ और रेल मदद सेवाओं जैसी सभी सुविधाएं प्रदान करता है।उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री शशि किरण ने बताया कि रेल मदद एप और पोर्टल पर आने वाली शिकायतों का उत्तर पश्चिम रेलवे द्वारा औसतन 25 मिनट में निस्तारण किया जा रहा है। इस उपलब्धि के साथ उत्तर पश्चिम रेलवे भारतीय रेलवे में द्वितीय स्थान पर है।

2025 में अब तक 29,371 शिकायतें निपटीं
उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री अमिताभ के मार्गदर्शन में 1 अप्रैल से 30 जून 2025 के दौरान प्राप्त 29,371 शिकायतों का औसत 25 मिनट में समाधान किया गया। यात्रियों द्वारा इस व्यवस्था को खूब सराहा गया और 84.20 प्रतिशत फीडबैक ‘उत्कृष्ट/संतोषजनक’ श्रेणी में दर्ज हुआ। गत वर्ष 2024-25 में भी 1,02,011 शिकायतों का औसतन 26 मिनट में समाधान कर उत्तर पश्चिम रेलवे ने द्वितीय स्थान बरकरार रखा था।

रेल मदद व सोशल मीडिया के जरिए मिल रही त्वरित सुविधा
रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर 139, X (ट्विटर), फेसबुक और रेल वन ऐप को भी रेल मदद पोर्टल से जोड़ा है। यात्री मोबाइल, लैपटॉप या कंप्यूटर के माध्यम से शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। प्रत्येक शिकायत के लिए समय सीमा निर्धारित है, और समय पर समाधान नहीं होने की स्थिति में शिकायत उच्च अधिकारियों तक स्वतः अग्रेषित हो जाती है। शिकायतकर्ता से फोन पर संपर्क कर उसकी समस्या की जानकारी लेकर समाधान किया जाता है और समाधान की सूचना व फीडबैक भी लिया जाता है।

वार रूम से 24 घंटे मॉनिटरिंग
महाप्रबंधक के निर्देश पर उत्तर पश्चिम रेलवे के सभी मंडलों और मुख्यालय में वार रूम स्थापित किए गए हैं, जहां से रेल मदद पर प्राप्त शिकायतों की 24 घंटे मॉनिटरिंग की जाती है। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि कोई भी मिलते-जुलते नाम वाले एप से भ्रमित न हों और रेलवे स्टेशन के डिस्प्ले बोर्ड या अधिकृत रेल कर्मियों से ही जानकारी लें।
रेलवे प्रशासन का कहना है कि यात्रियों की सेवा के लिए भारतीय रेलवे हमेशा कटिबद्ध है और यात्री सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है।

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