उदयपुर, 14 दिसंबर।
नारायण सेवा संस्थान के माली कॉलोनी स्थित नवनिर्मित परिसर ‘वर्ल्ड ऑफ ह्यूमैनिटी’ में रविवार को राष्ट्रसंत मनोज्ञाचार्य श्री पुलक सागर जी ने दिव्यांगजन के लिए संचालित निःशुल्क सेवा प्रकल्पों का अवलोकन किया। इस अवसर पर एसआरजी ग्रुप के गेंदालाल–पुष्पादेवी और विनोद–सीमा देवी फान्दोत परिवार द्वारा निर्मित कृत्रिम अंग निर्माण कार्यशाला का उद्घाटन भी किया गया।
राष्ट्रसंत का स्वागत संस्थान के संस्थापक कैलाश ‘मानव’, कमलादेवी, अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल एवं वंदना अग्रवाल ने परंपरागत पाद-प्रक्षालन से किया। उनके साथ दिगंबर जैन समाज के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं उपस्थित थीं।
पुलक सागर जी ने मूक-बधिर एवं दृष्टिबाधित बालकों के विद्यालय और उनके द्वारा निर्मित हस्तशिल्प का अवलोकन किया। एक दिव्यांग शिक्षिका द्वारा फर्श पर बनाए गए सूखे रंगों के चित्र को देखकर उन्होंने अत्यंत प्रभावित होकर आशीर्वाद दिया।
राष्ट्रसंत ने कहा, “यदि आज मैं यहां नहीं आता, तो मेरा चातुर्मास अधूरा रह जाता। दिव्यांगजनों की सेवा और उनके संघर्ष को देखकर ऐसा प्रतीत हुआ मानो मैं सम्मेद शिखर के पावन तीर्थ में उपस्थित हूं। नारायण सेवा संस्थान सेवा का महाकुंभ है, जहां पीड़ितों और दुखियों का जीवन बदल जाता है।”
संस्थान परिवार ने पुलक सागर जी को अभिनंदन पत्र भेंट किया। इस अवसर पर संस्थान अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल, निदेशक वंदना अग्रवाल, ट्रस्टी देवेंद्र चौबीसा, मीडिया प्रभारी विष्णु शर्मा हितैषी, जनसंपर्क प्रमुख भगवान प्रसाद गौड़ सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।

