24 News Update सागवाड़ा। राजधानी जयपुर के सांगानेर रोड स्थित चित्रकूट नगर में विराजमान दिव्य तपस्वी आचार्य सुन्दर सागर जी महाराज के सान्निध्य में सोमवार, 3 नवम्बर को विशाल स्तर पर भव्य जैनेश्वरी दीक्षा समारोह का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर सागवाड़ा जैन समाज के गौरव बाल ब्रह्मचारी उमंग भैया (23 वर्ष) और ब्रह्मचारी पंकज भैया शाह (65 वर्ष) को आचार्य श्री सुन्दर सागर जी महाराज द्वारा दिगंबर मुनि दीक्षा प्रदान की जाएगी। यह समारोह चित्रकूट नगर के कंवर का बाग स्थित विशाल पांडाल में आयोजित होगा।
समाज के प्रतिष्ठाचार्य विनोद पगारिया ‘विरल’ ने बताया कि सोमवार प्रातः दोनों दिक्षार्थियों सहित कुल छह दीक्षार्थियों की बिन्दौली बैंड-बाजों के साथ कंवर का बाग तक निकाली जाएगी। वहां पर मंगलाष्टक चौक पूराई के साथ केश लोचन, वस्त्र त्याग और मस्तक पर केसर से स्वस्तिक अंकन की विधियां सम्पन्न होंगी। तत्पश्चात आचार्य श्री द्वारा लौंग से दीक्षा संस्कार किए जाएंगे तथा नामकरण के बाद नवीन पिच्छिका और कमण्डल प्रदान किए जाएंगे।
इस पावन अवसर पर दशा हूमड़ दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष दिनेश खोडनिया सहित सागवाड़ा और सम्पूर्ण वागड़ क्षेत्र से 500 से अधिक श्रद्धालु जयपुर पहुंच चुके हैं। दीक्षा समारोह को लेकर जैन समाज में अत्यंत उत्साह और श्रद्धा का माहौल है।
दीक्षार्थी परिचय
बाल ब्रह्मचारी उमंग भैया सन् 2001 में सागवाड़ा के पुजारवाड़ा मोहल्ला में जन्मे। उनके पिता देवीलाल पालविया और माता सीमा पालविया हैं। उन्होंने बी.कॉम. तक शिक्षा प्राप्त की है। परिवार में माता-पिता के अलावा एक पुत्र और दो पुत्रियाँ हैं। वर्ष 2019 में उन्होंने प्रथम बार केश लोचन किया था। ब्रह्मचारी पंकज भैया शाह का जन्म 5 जनवरी 1961 को सागवाड़ा के कंसारा चौक में हुआ। उनके पिता गुलाब चंदजी शाह और माता आनंदी देवी शाह हैं। उन्होंने एम.ए. और बी.एड. की उपाधि प्राप्त की तथा सेवानिवृत्ति से पूर्व प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत रहे। उन्होंने सन् 2021 के क्षमावाणी पर्व पर ब्रह्मचर्य व्रत ग्रहण किया था। उनकी धर्मपत्नी ने पूर्व में आचार्य सुन्दर सागर जी महाराज से दीक्षा लेकर समाधि प्राप्त की थी। सागवाड़ा जैन समाज के लिए यह गर्व का अवसर है कि समाज के दो अनुयायी सांसारिक मोह-माया त्यागकर संयम, साधना और आत्मकल्याण की दिशा में अग्रसर हो रहे हैं। जयपुर में होने वाला यह दीक्षा समारोह वागड़ क्षेत्र के लिए आध्यात्मिक प्रेरणा का प्रतीक बनेगा।
वैराग्य की राह पर अग्रसर — सागवाड़ा के दो ब्रह्मचारियों को जयपुर में मिलेगी दिगंबर मुनि दीक्षा

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