24 News Update उदयपुर। श्री वर्धमान जैन श्रावक समिति हिरण मगरी सेक्टर 3 में आयोजित चातुर्मास के तहत भव्य सामूहिक तेले तप पारणा दिवस एवं बहुमान समारोह का आयोजन बुधवार को होगा। सेक्टर 4 स्थित विद्या निकेतन स्कूल में सुबह 7 बजे से आयोजित समारोह में तप करने वाले 500 से अधिक श्रावक श्राविकाओं का बहुमान किया जाएगा।
महावीर भवन में मंगलवार को आयोजित धर्मसभा में गुरुणि यश कंवर की शिष्या साध्वी सुप्रभा जी ने कहा कि तप में बहुत शक्ति होती है। तपस्या के माध्यम से ही आत्मा के स्वरूप को जाना जा सकता है। तप करते समय लोक परलोक की कामना ना न करें। तप आत्मा का सौंदर्य है। आत्मा निर्मल और शुद्ध है। आत्म दर्शन के लिए सभी को तप करना चाहिए। तप के प्रभाव से बुरे कर्म भस्म हो जाते हैं। तपस्या से ही मोक्ष की प्राप्ति होती है।
साध्वी मणिप्रभा जी ने कहा कि कितना भी दान पुण्य कर लो। तप की अग्नि में काया जब तक नहीं तपेगी मुक्ति नहीं मिलेगी। जो अटकता है वही भटकता है। घर को स्वर्ग बनाने के लिए स्वीकार्यता का भाव रखें। सभी प्रेम से रहे, एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करें। चातुर्मास संयोजक श्यामलाल झगड़ावत ने बताया कि साध्वी सुमनप्रभा जी और साध्वी रुचिका जी ने भी धर्म सभा को संबोधित किया। उदयपुर के साथ चित्तौड़ ,निंबाहेड़ा,भीलवाड़ा सलूंबर, वल्लभनगर आदि स्थानों से भी बड़ी संख्या में श्रावक श्राविकाएं धर्म सभा में आकर साध्वियों के सत्संग का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। निराहार रहकर 12 दिन से तपस्या कर रही मधु झगड़ावत सहित विभिन्न प्रकार के तप कर रहे सभी श्रावक श्राविकाओं को साधुवाद दिया गया। प्रत्येक रविवार को बच्चों के लिए संस्कार शिविर का आयोजन किया जा रहा है। शिविर में बच्चों को धार्मिक और नैतिक शिक्षा प्रदान की जा रही है। शिविर को लेकर बच्चों में काफी उत्साह का माहौल है। चारों साध्वियों के वर्षा कालीन प्रवास से सेक्टर 3 का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। बड़ी संख्या में समाज जन प्रतिदिन साध्वियों के प्रवचनों लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
तेले तप, अठाई तप करने वाले 500 से अधिक श्रावक श्राविकाओं का होगा बहुमान

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