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संविधान दिवस पर एमडीएस स्कूल में मॉक पार्लियामेंट की गूंज, बच्चों ने सीखी लोकतंत्र की असली पाठशाला

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24 News Update उदयपुर। संविधान दिवस पर एमडीएस सीनियर सेकेंडरी स्कूल की हिरण मगरी और प्रताप नगर शाखाओं में संयुक्त रूप से लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित एक प्रभावशाली मॉक पार्लियामेंट का आयोजन किया गया। दोनों शाखाओं के विद्यार्थियों ने वास्तविक संसद जैसी शैली में बहस, तर्क-वितर्क और भूमिका निर्वहन कर कार्यक्रम को ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक बना दिया।

हिरण मगरी शाखा में कक्षा 8 के छात्रों ने “मतदान की आयु 18 वर्ष से घटाकर 16 वर्ष की जाए या नहीं” विषय पर केंद्रित संसद सत्र चलाया। सत्तापक्ष, विपक्ष, स्पीकर और मंत्री के रूप में बच्चों ने जिस आत्मविश्वास और विवेकपूर्ण तर्कों के साथ अपनी बात रखी, उसने उपस्थित सभी दर्शकों को प्रभावित किया। इस शाखा के कार्यक्रम में दो विशिष्ट अतिथि—RAS अधिकारी श्रीमती दिशा भार्गव और जिला न्यायाधीश एवं पॉक्सो कोर्ट-II के पीठासीन अधिकारी श्री संजय भटनागर उपस्थित थे। दोनों ने बच्चों की ज्ञान-सम्पन्न बहस और नेतृत्व क्षमता की सराहना करते हुए इसे लोकतंत्र की गहराई समझने का सर्वोत्तम माध्यम बताया। इसी दौरान कक्षा 6 के विद्यार्थियों ने केंद्र, राज्य और स्थानीय सरकारों की कार्यप्रणाली का एक आकर्षक रोल एक्ट प्रस्तुत कर सभी का ध्यान खींचा।

प्रताप नगर शाखा में मॉक पार्लियामेंट का मुख्य एजेंडा “No Homework Weekend Bill 2025” रहा। छात्रों ने सप्ताहांत में गृहकार्य खत्म करने के पक्ष और विपक्ष में अपने तर्क रखे और मानसिक स्वास्थ्य, रचनात्मकता तथा पारिवारिक समय जैसे मुद्दों पर सारगर्भित चर्चा की। कार्यक्रम में एएसपी (उप पुलिस अधीक्षक) श्री सुनील बिश्नोई मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि डॉ. रमेशचंद्र सोमानी और श्रीमती पुष्पा सोमानी विशिष्ट अतिथि रहे। अतिथियों ने बच्चों की तार्किक सोच, आत्मविश्वास और मंचीय प्रस्तुति की विशेष प्रशंसा की।
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के निदेशक डॉ. शैलेन्द्र सोमानी ने सभी छात्रों, शिक्षकों और अतिथियों का आभार जताते हुए कहा कि संयुक्त मॉक पार्लियामेंट का यह आयोजन न केवल शैक्षणिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि लोकतांत्रिक चेतना और नेतृत्व क्षमता विकसित करने का अत्यंत प्रभावी माध्यम भी है। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम शिक्षार्थियों में तार्किकता, सामाजिक जागरूकता और संवाद कौशल को मजबूत करते हुए उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनने की दिशा में प्रेरित करते हैं।

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