केवल संगठन को बदनाम करने और गलत छवि प्रस्तुत करने का प्रयास
24 News Update उदयपुर।संविधान बचाओ रैली और संभाग स्तरीय कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन को लेकर कुछ नेताओं द्वारा आदिवासी समाज की उपेक्षा और गुटबाजी के लगाए गए आरोपों को लेकर मेवाड़-वागड़ के आदिवासी कांग्रेस नेताओं ने एकजुट होकर स्पष्ट और तथ्यों पर आधारित खंडन किया है। उन्होंने वीडियो संदेश जारी करते हुए इन आरोपों को “भ्रामक, बेबुनियाद और संगठन को कमजोर करने वाला” बताया।

🔹 हीरा लाल दरांगी बोले — कांग्रेस ने सदैव दिया आदिवासी समाज को सम्मान
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष, झाड़ोल के पूर्व विधायक और कांग्रेस के वरिष्ठ आदिवासी नेता हीरा लाल दरांगी ने कहा:
“कांग्रेस पार्टी ने कभी भी मेवाड़-वागड़ के आदिवासी समाज की उपेक्षा नहीं की है। कांग्रेस की सर्वोच्च निर्णयकारी संस्था ‘कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC)’ में इस क्षेत्र के आदिवासी नेताओं को दो बार प्रतिनिधित्व मिला है, जो कि पूरे आदिवासी समाज के लिए गौरव की बात है।”
उन्होंने बताया कि वह स्वयं वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष हैं, और कांग्रेस सरकार बनने पर मेवाड़-वागड़ को हमेशा मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण स्थान मिला है।
उन्होंने यह भी कहा कि सम्मेलन में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी ने भी खुले मंच से कहा कि “कांग्रेस में आदिवासी नेतृत्व को निर्णायक भूमिका मिलनी चाहिए।”
“ऐसे में यह कहना कि उपेक्षा हुई या गुटबाजी हुई, सरासर गलत है। ये सिर्फ अफवाहें हैं जो कांग्रेस संगठन को कमजोर करने के उद्देश्य से फैलाई जा रही हैं।”

🔹 ताराचंद मीणा का बयान — “मैं समन्वयक था, सबको मिला सम्मान”
उदयपुर लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे और आदिवासी समाज के वरिष्ठ नेता ताराचंद मीणा ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि:
“प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मुझे इस सम्मेलन का समन्वयक नियुक्त किया। ऐसे में आदिवासी समाज की अनदेखी का सवाल ही नहीं उठता। कार्यक्रम के मंच पर मेवाड़-वागड़ के सभी वरिष्ठ आदिवासी नेताओं को सम्मानपूर्वक स्थान दिया गया।”
उन्होंने बताया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने भी अपने उद्बोधन में मेवाड़-वागड़ के आदिवासी नेताओं के योगदान की सराहना की।
“सम्मेलन में उपस्थित नेताओं में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, डॉ. सी.पी. जोशी, नेता प्रतिपक्ष टीका राम जूली सहित कई प्रमुख नेता थे। सभी ने अपने भाषणों में मेवाड़-वागड़ के आदिवासी समाज के योगदान को स्वीकार किया और भविष्य में संगठन में उनकी भूमिका और सशक्त करने की बात कही।”
उन्होंने दोहराया कि “गुटबाजी और उपेक्षा जैसे आरोप पूर्णत: आधारहीन हैं।”

🔹 रूप लाल मीणा बोले — मुझे पहली बार मंच मिला, अपमान कहां?
ऋषभदेव ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रूप लाल मीणा ने कहा:
“मुझे पहली बार किसी बड़े संभागीय मंच पर बोलने का अवसर मिला। इससे बड़ा सम्मान और क्या हो सकता है? उपेक्षा की बात करना केवल भ्रम फैलाना है। सम्मेलन में आदिवासी समाज के हर प्रतिनिधि को उचित सम्मान मिला।”
उन्होंने कहा कि गुटबाजी का कोई वातावरण न कार्यक्रम में था और न मंच पर।
“आज जो बातें कही जा रही हैं, वे केवल व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा या सस्ती लोकप्रियता की कोशिश हो सकती हैं, संगठन से इनका कोई संबंध नहीं है।”
🔹 सम्मेलन की पृष्ठभूमि और उद्देश्य
उल्लेखनीय है कि यह संविधान बचाओ रैली एवं संभाग स्तरीय कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन हाल ही में उदयपुर में आयोजित किया गया था।
इसका उद्देश्य था —
- भाजपा शासन में संविधान की मूल भावना पर हो रहे हमलों का विरोध
- कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आगामी चुनाव के लिए संगठित और सक्रिय करना
- आदिवासी समाज सहित सभी वर्गों से संवाद और भागीदारी सुनिश्चित करना
इसमें प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा, डॉ. सी पी जोशी, टीका राम जूली, उदयपुर-अंचल के सभी वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति रही।
🔹 कांग्रेस की ओर से स्पष्ट संदेश
तीनों आदिवासी नेताओं के बयानों से यह स्पष्ट हुआ है कि कांग्रेस पार्टी ने सम्मेलन के माध्यम से आदिवासी समाज को न केवल मंच दिया, बल्कि भविष्य में भी उनकी निर्णायक भूमिका सुनिश्चित करने का वादा किया।
संगठन को विभाजित करने वाले बयानों से सावधान रहने की अपील करते हुए इन नेताओं ने कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर कांग्रेस को मजबूत करने का आह्वान किया है।
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