24 न्यूज अपउेट, उदयपुर। राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में जारी भीषण गर्मी से जल्द ही राहत मिलने की संभावना है, लेकिन इसके साथ ही आंधी, तेज हवाएं और बिजली गिरने जैसे खतरों की चेतावनी भी जारी की गई है। भारतीय मौसम विभाग के मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर द्वारा 29 अप्रैल को जारी बुलेटिन के अनुसार, 1 मई से 7 मई के बीच राज्य के कई हिस्सों में मौसम में अचानक बदलाव देखने को मिलेगा। विशेष रूप से उदयपुर संभाग में भी 1 मई से तेज हवाओं, गरज-चमक और धूलभरी आंधी की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही 2 मई से हीटवेव की तीव्रता में भी स्पष्ट कमी आने लगेगी।
वर्तमान में राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों पर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है और नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिसका असर सीधे उदयपुर, जोधपुर, अजमेर और आसपास के जिलों पर पड़ेगा। मौसम विभाग के अनुसार 1 मई को उदयपुर सहित जोधपुर, बाड़मेर और अजमेर में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते धूलभरी आंधी, 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवाएं, बिजली गिरने की घटनाएं और कहीं-कहीं हल्की वर्षा की संभावना है। इसके बाद 2 और 3 मई को भी उदयपुर, अजमेर और कोटा संभाग के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं, इस दौरान हवा की रफ्तार 50 से 60 किमी प्रतिघंटा तक पहुंच सकती है।
बुलेटिन के अनुसार, 4 से 7 मई के बीच राज्य के कुछ भागों में आंधी और बिजली की घटनाएं जारी रह सकती हैं जिससे तापमान में 3 से 4 डिग्री की गिरावट आने की संभावना है। हालांकि इससे गर्मी से कुछ राहत मिलेगी, लेकिन इस दौरान जान-माल को नुकसान से बचने के लिए सतर्क रहना जरूरी होगा। मौसम विभाग के अनुसार उदयपुर में 30 अप्रैल को दोपहर बाद कहीं-कहीं पर मेघगर्जन की संभावना है, वहीं बाड़मेर, जैसलमेर और जोधपुर में हीटवेव की स्थिति बनी रहने के संकेत हैं। बीते 24 घंटों में जैसलमेर में अधिकतम तापमान 46.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4.8 डिग्री अधिक था, जबकि जोधपुर संभाग में भी कहीं-कहीं ऊष्ण लहर रिकॉर्ड की गई।
मौसम विभाग ने किसानों को विशेष कृषि परामर्श देते हुए चेताया है कि खुले में रखे अनाज और धान को तुरंत सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाए। पक चुकी फसलों की कटाई जल्द पूरी कर सुरक्षित भंडारण करना चाहिए ताकि तेज हवाओं और संभावित बारिश से नुकसान न हो। सिंचाई और रासायनिक छिड़काव जैसी गतिविधियों को फिलहाल स्थगित रखने की सलाह दी गई है। बिजली चमकने के समय पेड़ों, जल स्रोतों और खुले मैदानों से दूर रहने तथा सुरक्षित आश्रय स्थल पर शरण लेने को कहा गया है।
सामान्य नागरिकों के लिए भी बिजली गिरने के समय कई आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। घर में रहें, खिड़की-दरवाजे बंद रखें और यात्रा से बचें। पेड़ों के नीचे शरण न लें, विद्युत या इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को अनप्लग करें और जलाशयों से दूर रहें। ऐसी सभी वस्तुओं से दूर रहना चाहिए जो बिजली का संचार करती हों।
अगले कुछ दिनों में उदयपुरवासियों को गर्मी से तो कुछ राहत मिलेगी, लेकिन आंधी और बिजली की आशंका के चलते सतर्कता भी जरूरी होगी। किसानों, ग्रामीणों और खुले में कार्य करने वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। मौसम के इस बदले रुख को देखते हुए प्रशासन और नागरिकों दोनों को ही चौकन्ना रहना होगा।
मौसम विभाग का बुलेटिन जारी, 1 से 7 मई तक तेज हवाएं और बिजली गिरने की चेतावनी, उदयपुर में धूलभरी आंधी व बिजली गिरने की चेतावनी

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