24 News Update उदयपुर। शहर के टेकरी चौराहा स्थित श्री राज राजेश्वर मंदिर में श्याम सखी मंडल द्वारा आयोजित शिव महापुराण कथा के चतुर्थ दिन शुक्रवार को पवन महाराज ने श्रद्धालुजनों को भक्ति और श्रद्धा के महत्व का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि “महादेव की कृपा से ही शिव महापुराण कथा सुनने का सौभाग्य प्राप्त होता है, लेकिन यदि श्रद्धा न हो, तो भक्ति संभव नहीं।”
श्रद्धा के बिना जीवन अधूरा – पवन महाराज
पवन महाराज ने प्रवचन में कहा कि भगवान शिव की कृपा से ही मन में श्रद्धा का उदय होता है और “श्रवण, मनन तथा कीर्तन” के माध्यम से ही शिव प्रसन्न होते हैं। उन्होंने भक्ति और संसार के बीच के अंतर को स्पष्ट करते हुए कहा कि “भगवान की ओर अनुराग होता है और संसार की ओर केवल राग।”
सावन मास के प्रथम दिन उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
सावन मास के पहले दिन होने के कारण मंदिर परिसर में विशेष उत्साह देखा गया। महिलाओं के समूह ने भक्ति भाव से कथा श्रवण किया और भजन-कीर्तन में भाग लिया। पूरे वातावरण में भक्ति की सरिता प्रवाहित होती रही।
धर्मेंद्र महाराज का सान्निध्य और सम्मान
राजराजेश्वर श्याम सेवा समिति के संरक्षक धर्मेंद्र महाराज का भक्तों को सान्निध्य प्राप्त हुआ। कथा से पूर्व व्यासपीठ पर पवन महाराज का स्वागत योगेश सैनी और पप्पू सिंह सरमेश राठौड़ ने उपरणा ओढ़ाकर व माल्यार्पण कर किया।
सात दिवसीय कथा का क्रमशः विस्तार
मीडिया प्रभारी डॉ. बालकृष्ण शर्मा ने बताया कि शिव महापुराण कथा का आयोजन सात दिनों तक चलेगा, जिसमें हर दिन शिव भक्ति, कर्म, ज्ञान, और वैराग्य जैसे विषयों पर प्रकाश डाला जाएगा।
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