24 News Update उदयपुर, उदयपुर की शतरंज प्रतिभा कियाना परिहार एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करने जा रही हैं। एम.डी.एस. सीनियर सेकेंडरी स्कूल की कक्षा 5 की छात्रा कियाना को विश्व कैडेट रैपिड और ब्लिट्ज शतरंज चैंपियनशिप 2025 के लिए भारतीय टीम में चुना गया है। यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता 12 से 18 अप्रैल 2025 तक रोड्स, ग्रीस में आयोजित होगी और कियाना 10 अप्रैल को भारत से रवाना होंगी।
कियाना ने मात्र 4 वर्ष की उम्र से शतरंज खेलना शुरू किया और आज उनकी FIDE रेटिंग 1712 है। वे देश की सबसे कम उम्र की महिला कैंडिडेट मास्टर (WCM) बनने के बेहद करीब हैं। वर्तमान में वे कोच हेमल थांकी के निर्देशन में प्रशिक्षण ले रही हैं और हर दिन 6–8 घंटे की कठिन मेहनत करती हैं।
प्रमुख अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियां:
- एशियन यूथ शतरंज चैंपियन 2023 (U-8) – स्टैंडर्ड में स्वर्ण, रैपिड में रजत, टीम इवेंट्स में तीन स्वर्ण
- एशियन यूथ 2024 (U-10) – टीम ब्लिट्ज में स्वर्ण
- FIDE वर्ल्ड कप 2024 (बटुमी, जॉर्जिया) – 9वां स्थान
- राष्ट्रीय U-9 चैंपियन 2024, राष्ट्रीय स्कूल शतरंज चैंपियनशिप 2022 (U-7) – रजत
- राज्य स्तरीय चैंपियन – U-7, U-8, U-13, U-14 | राज्य जूनियर U-15, U-19 – कांस्य
आगामी टूर्नामेंट्स:
- विश्व कैडेट रैपिड और ब्लिट्ज शतरंज चैंपियनशिप – ग्रीस (2025)
- एशियन यूथ – थाईलैंड, FIDE वर्ल्ड कप – बटुमी (2025)
- विश्व कैडेट चैंपियनशिप व कॉमनवेल्थ शतरंज चैंपियनशिप
कियाना की प्रेरणादायक यात्रा में उनके माता-पिता का बड़ा योगदान है। माँ श्रीमती मनीषा गहलोत हर टूर्नामेंट में साथ होती हैं, जबकि पिता श्री जितेन्द्र परिहार निरंतर मार्गदर्शन और प्रोत्साहन देते हैं। प्रायोजक नीव सोसायटी और वंडर सीमेंट ने उनके सपनों को उड़ान देने में अहम भूमिका निभाई है।
स्कूल निदेशक शैलेन्द्र सोमानी ने कहा, “कियाना हमारे स्कूल की ही नहीं, उदयपुर और भारत की भी शान बन चुकी है। हम उसकी सफलता की कामना करते हैं।”
कियाना कहती हैं: “भारत का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए गौरव की बात है। मैं हर टूर्नामेंट में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की पूरी कोशिश करूंगी।” वे सोशल मीडिया के ज़रिए अन्य बच्चों को भी प्रेरित कर रही हैं और एक रोल मॉडल बनकर उभर रही हैं।
कियाना की प्रतिक्रिया:
“मैं हर अवसर के लिए आभारी हूं। भारत का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए गर्व की बात है और मैं हर टूर्नामेंट में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करूंगी।”
कियाना ने अपने प्रायोजकों नीव सोसायटी और वंडर सीमेंट का विशेष आभार जताया, जिनके सहयोग से उनकी शतरंज यात्रा को नई ऊंचाइयाँ मिली हैं।
वे रोज़ाना 6–8 घंटे अभ्यास करती हैं, जिसमें फिटनेस ट्रेनिंग, ध्यान, योग और ग्रैंडमास्टर्स से कोचिंग शामिल है। उनकी माँ श्रीमती मनीषा गहलोत प्रतियोगिताओं में उनके साथ रहती हैं और उनके पिता श्री जितेन्द्र परिहार हर कदम पर उनका हौसला बढ़ाते हैं।
सोशल मीडिया के माध्यम से कियाना अन्य बच्चों को भी प्रेरित कर रही हैं और एक रोल मॉडल के रूप में उभर रही हैं।

