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एमडीएस की छात्रा कियाना परिहार का एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत, वर्ल्ड कैडेट शतरंज चैंपियनशिप 2025 में जीता कांस्य पदक

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उदयपुर, अक्टूबर 2025। भारत की युवा शतरंज प्रतिभा और एमडीएस सीनियर सेकेंडरी स्कूल की कक्षा 5 की छात्रा कियाना परिहार के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कांस्य पदक जीतने पर उदयपुर एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया गया।
कियाना ने वर्ल्ड कैडेट शतरंज चैंपियनशिप 2025 (अल्माटी, कज़ाखस्तान) में अंडर-10 गर्ल्स श्रेणी में शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीता। भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होंने 11 राउंड में 8.5 अंक अर्जित किए और 1897 का प्रदर्शन रेटिंग दर्ज किया।
✨ स्वागत समारोह की झलक
एयरपोर्ट पर ढोल-नगाड़ों और उपरना के साथ कियाना का स्वागत किया गया।
एमडीएस स्कूल के निदेशक डॉ. शैलेन्द्र सोमानी, स्कूल स्टाफ, छात्र-छात्राएँ, अभिभावक और शुभचिंतक सभी मौजूद रहे।
समारोह में विद्यालय और शहर के लोग कियाना की उपलब्धि का जश्न मनाते हुए “भारत माता की जय” और “कियाना तुम आगे बढ़ो” के नारों के साथ उनका उत्साहवर्धन किया।
डॉ. शैलेन्द्र सोमानी ने इस अवसर पर कहा – “कियाना ने न केवल उदयपुर बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है। नवम्बर में वह कॉमनवेल्थ चेस चैम्पियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी, और हमें विश्वास है कि वह वहां भी पदक जीतेंगी।”
🏆 कियाना की उपलब्धियाँ
• एशियन यूथ शतरंज चैम्पियनशिप 2023 (UAE) – स्वर्ण पदक (अंडर-8), रजत पदक (रैपिड), टीम स्वर्ण
• FIDE वर्ल्ड कप 2024 (जॉर्जिया) – शीर्ष 10 स्थान
• वर्ल्ड कैडेट एवं यूथ ब्लिट्ज 2025 (ग्रीस) – कांस्य पदक
• 37वीं नेशनल अंडर-9 चैम्पियनशिप 2025 (पुणे) – स्वर्ण पदक
• CBSE नेशनल 2025 – रजत पदक
• राजस्थान राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में 4 स्वर्ण, 2 रजत और 3 कांस्य
👨‍👩‍👧‍👦 परिवार और विद्यालय का योगदान
कियाना की सफलता में माता-पिता, कोच हेमल थांकी, MDS स्कूल और निदेशक डॉ. शैलेन्द्र सोमानी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
माता-पिता ने प्रारंभ से ही उनकी प्रतिभा को पहचाना और हर कदम पर सहयोग किया।
एमडीएस स्कूल ने पढ़ाई और खेल में संतुलन बनाए रखने के लिए हर सुविधा प्रदान की।
डॉ. सोमानी ने कियाना को निरंतर प्रोत्साहित किया और उनके हर अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शन को सम्मानित किया।
🌟 भविष्य की योजनाएँ
कियाना नवंबर 2025 में कॉमनवेल्थ शतरंज चैम्पियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी।
सिर्फ दस साल की उम्र में ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का नाम रोशन कर अपनी प्रतिभा साबित कर दी है।

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