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24 News Update खेरवाड़ा, कस्बे एवं आसपास के क्षेत्रों में महिलाओं ने हरतालिका तीज का व्रत रखा और पुजारी एवं आचार्यों से कथा श्रवण किया। यह व्रत सुहागिन महिलाओं ने अपने सुहाग को अखंड बनाए रखने और अविवाहित युवतियों ने मनचाहा वर पाने के लिए किया। यह व्रत महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती को प्रसन्न करने के लिए किया। महिलाओं ने गौरी-शंकर की पूजा अर्चना कर निर्जला व्रत का पालन किया। व्रत में महिलाओं ने मिट्टी से भगवान शिव और माता पार्वती व पार्थिव शिवलिंग बनाकर उनकी पूजा-अर्चना की । व्रत वाले दिन महिलाओं ने हरी, लाल, पीली या गुलाबी रंग की साड़ी पहनी क्योंकि ये रंग सुहाग के प्रतीक माने जाते हैं। एसा माना जाता है कि लाल रंग बहुत शुभ होता है।

