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“मार्केट में भूचाल: सेंसेक्स 3939 अंक टूटा, एशिया में 10% तक की गिरावट, निवेशकों के 20 लाख करोड़ डूबे, एशिया में भी हड़कंप

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24 News update मुंबई | 7 अप्रैल
साल की दूसरी बड़ी गिरावट के साथ सोमवार को शेयर बाजार में हड़कंप मच गया। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 3939 अंक टूट गया, हालांकि दिन के अंत में कुछ रिकवरी के साथ यह 2226 अंक की गिरावट के साथ 73,137 पर बंद हुआ। निफ्टी 742 अंक गिरकर 22,161 पर आकर थमा।

इससे पहले ऐसी भारी गिरावट 4 जून 2024 को देखी गई थी, जब बाजार में 5.74% की गिरावट आई थी। आज सेंसेक्स के 30 में से 29 शेयर लाल निशान में बंद हुए। टाटा स्टील, टाटा मोटर्स और एलएंडटी के शेयरों में 7% तक गिरावट दर्ज की गई, जबकि जोमैटो का शेयर 0.17% ऊपर बंद हुआ।


🔎 बाजार में गिरावट की तीन बड़ी वजहें

1. ट्रम्प का टैरिफ बम

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत पर 26% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। इसके साथ ही चीन (34%), यूरोपीय यूनियन (20%), जापान (24%), दक्षिण कोरिया (25%), वियतनाम (46%) और ताइवान (32%) पर भी भारी टैरिफ लगाए गए हैं।

2. चीन की जवाबी कार्रवाई

ट्रम्प के टैरिफ के जवाब में चीन ने भी अमेरिका पर 34% का टैरिफ लगाया है, जो 10 अप्रैल से लागू होगा। इससे वैश्विक ट्रेड वार और तेज हो गया है।

3. इकोनॉमिक स्लोडाउन की आशंका

टैरिफ के कारण महंगे होते सामानों से खपत घटने की आशंका है। मांग कमजोर पड़ने से कच्चे तेल की कीमतें भी गिरीं, जो आर्थिक गतिविधियों में मंदी का संकेत दे रही हैं।


🛢️ क्रूड ऑयल 4 साल के निचले स्तर पर

2 अप्रैल से अब तक क्रूड ऑयल में 12.11% की गिरावट आई है। ब्रेंट क्रूड आज 4% गिरकर 64 डॉलर/बैरल से नीचे फिसल गया, जो बीते 4 वर्षों में सबसे निचला स्तर है।


💸 20 लाख करोड़ की वेल्थ साफ

आज की बिकवाली से निवेशकों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा। BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 404 लाख करोड़ से घटकर 383 लाख करोड़ पर आ गया, यानी सिर्फ एक दिन में करीब 20 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति डूब गई


📊 स्मॉल और मिडकैप इंडेक्स में भारी गिरावट

NSE के सेक्टोरल इंडेक्स में सबसे ज्यादा नुकसान निफ्टी मेटल को हुआ, जो 6.75% गिरारियल्टी 5.69%, ऑटो, फार्मा, सरकारी बैंक, ऑयल एंड गैस और IT सेक्टर 4% तक टूटे।


🌏 एशियाई और अमेरिकी बाजार भी धड़ाम

NSE इंटरनेशनल एक्सचेंज पर गिफ्ट निफ्टी भी 800 अंक (3.60%) गिरकर 22,180 के स्तर पर कारोबार करता दिखा।

अमेरिकी बाजारों में भी दबाव देखने को मिला:

फाइनेंशियल एक्सपर्ट जिम क्रैमर ने यहां तक कह दिया कि “1987 जैसा ब्लैक मंडे फिर से दस्तक दे सकता है”, और अमेरिकी बाजार में आज 22% तक गिरावट आ सकती है।


बाजार पहले भी दिखा चुका है कमजोरी

4 अप्रैल को भी सेंसेक्स में 930 अंकों की गिरावट हुई थी और यह 75,364 पर बंद हुआ था। निफ्टी भी उस दिन 345 अंक गिरकर 22,904 पर आ गया था।


📌

बाजार की इस तेज गिरावट ने निवेशकों और विश्लेषकों दोनों को हिला दिया है। ट्रम्प की टैरिफ नीति, चीन की प्रतिक्रिया और कमजोर वैश्विक मांग के संकेत आने वाले दिनों में और भी उतार-चढ़ाव ला सकते हैं। विशेषज्ञ निवेशकों को सावधानी बरतने और लॉन्ग टर्म नजरिए से सोचने की सलाह दे रहे हैं।

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